मेरठ: बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान ने सोमवार से किसानों को बासमती धान का बीज उपलब्ध कराना शुरू कर दिया. बीज लेने के लिए हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली आदि प्रदेशों से किसान पहुंचे. संस्थान की ओर 429.25 क्विंटल बीज का वितरण किया गया, जिससे 35 लाख 43 हजार रुपये की आय प्राप्त हुई. यह बासमती की रिकॉर्ड बिक्री बतायी जा रही है.
नई वैराइटी की जाती है विकसित
जिले के मोदीपुरम में स्थित बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान देश का एकमात्र संस्थान है. संस्थान में न केवल बासमती धान के विकास के लिए नई वैराइटी विकसित की जाती है, बल्कि किसानों का बासमती धान विदेशों में निर्यात करने में भी मदद भी की जाती है. संस्थान से देश के कई राज्यों के किसान आकर बीज की खरीदारी करते हैं. इस बार कोरोना संक्रमण के चलते लागू हुए लॉकडाउन के कारण किसान बासमती का बीज खरीदने के लिए यहां तक नहीं पहुंच पा रहे थे.
किसान बीज की बुकिंग कर रहे ऑनलाइन
किसानों की चिंता को देखते हुए बीईडीएफ के प्रभारी और प्रधान वैज्ञानिक डॉ. रितेश शर्मा ने एक मॉडल विकसित किया. इसमें किसानों का गांव के अनुसार ग्रुप बनाया. इस ग्रुप से जुड़े किसानों ने बीज की ऑनलाइन बुकिंग की, जिसके बाद सोमवार से किसानों को बीज वितरण शुरू किया गया.
पहले दिन ही रिकॉर्ड तोड़ हुई धान बीज की बिक्री
बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान के प्रभारी डॉ. रितेश शर्मा ने बताया कि पहले दिन रिकॉर्ड 35 लाख 43 हजार रुपये का बीज वितरण किया गया. बीज वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया. एक गांव से एक या दो किसानों को ही बुलाया गया, उन्हीं किसानों को दूसरे किसानों का बीज भी दे दिया गया. लॉकडाउन की वजह से किसान बामसती के बीज से वंचित न रहे इसलिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं.
85 रूपये किलो है प्रमाणित बीज का मूल्य
डॉ. रितेश शर्मा ने बताया कि बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान प्रमाणित बीज 85 रुपये किलो की दर से किसानों को उपलब्ध करा रहा है. यहां जो वैराइटी उपलब्ध हैं उनमें बासमती 1637, बासमती 1718, बासमती 1728, बासमती 1121, बासमती 1509 और नूडल बासमती शामिल हैं. किसानों से बीज का पेमेंट डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ही लिया जा रहा है. संस्थान के पास बिक्री के लिए करीब 1300 क्विंटल बीज उपलब्ध था, जिसमें से पहले दिन 429.25 क्विंटल वितरण किया गया. मंगलवार को भी करीब 300 क्विंटल बीज का वितरण पहले से ही बुक किये गए बीज के अनुसार किया जाएगा.