मेरठ : परिवार संग फरार चल रहे 25 हजार के इनामी पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी (former minister Yakub Qureshi) के करीबियों की पहचान पुलिस विभाग कर रहा है. पुलिस आने वाले दिनों में पूर्व मंत्री की सम्पत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की तैयारी कर रही है. जिले में कई विभागों से हाजी याकूब कुरैशी की सम्पत्ति का ब्यौरा पुलिस ने मांगा है.
बीएसपी नेता व पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी (former minister Yakub Qureshi) की मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं. गैंगस्टर एक्ट के तहत याकूब की संपत्ति जब्त करने के लिए पुलिस विभाग के द्वारा लिखा-पढ़ी की प्रक्रिया जारी है. पूर्व मंत्री की सम्पत्ति आख़िर कहां-कहां है, उनको खोजने में अब मेरठ की पुलिस और जिला प्रशासन लगा हुआ है. इसके लिए अलग-अलग विभागों से गोपनीय तरीके से जानकारी भी जुटाई जा रही है. मेरठ विकास प्राधिकरण से भी पूर्व मंत्री की सम्पतियों की जानकारी जुटाकर उपलब्ध कराने के लिए पुलिस द्वारा पत्राचार किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, वांछित मंत्री याकूब की मीट फैक्ट्री समेत उनके अन्य धंधों से जुड़ी कंपनी बनी हुई है, ऐसे लोग जो कि उनकी कंपनी से जुड़े हुए हैं उनकी पड़ताल की जा रही है. सभी को नोटिस भी दी जा रही है.
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण (SSP Rohit Singh Sajwan) ने बताया कि अभी तक अलग-अलग कुल छह विभागों से हाजी याकूब कुरैशी की प्रॉपर्टी से सम्बंधित जानकारी मांगी गई है. एसएसपी ने कहा कि जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, पुलिस ऐसे लोगों के विरुद्ध एक्शन लेगी. एसएसपी ने बताया कि अपराधी कोई भी हो कानून सबके लिए बराबर है, उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की कंपनी से जुड़े लोगों को नोटिस देने की प्रक्रिया बीते दिन से शुरू कर दी गयी है.
एसपी देहात केशव कुमार (SP Dehat Keshav Kumar) ने बताया कि याकूब की संपत्ति की पड़ताल जारी है और निश्चित ही आने वाले दिनों में पूर्व मंत्री के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति की जब्तीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी. बता दें कि बीते दिनों फरार याकूब कुरैशी और उनके बेटों समेत अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में एक मुकदमा खरखौदा थाने में दर्ज कराया गया था. एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि फरार चल रहे याकूब कुरैशी और उनके बेटों की लोकेशन का पता लगाने के लिए लगातार प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे इनपुट भी पुलिस को मिले हैं, जिनके आधार पर अब फरार मंत्री और उनके बेटों समेत अन्य लोगों तक पहुंचा जा सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि अभी कुछ चीजों को गोपनीय रखना बेहद जरूरी है.
गौरतलब है कि हापुड़ रोड स्थित याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री पर पुलिस ने विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के ठीक बाद से 31 मार्च, 2022 को छापा मारा था. बता दें कि लिखा-पढ़ी में जो मीट फैक्ट्री बंद थी, उसमें बगैर किसी अनुमति के बड़े पैमाने पर मीट की पैकेजिंग और प्रोसेसिंग का काम चल रहा था. पुलिस ने पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के अलावा उनके बेटे इमरान, फिरोज और पत्नी संजीदा बेगम समेत 17 लोगों पर खरखौदा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था, तब कई लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया था.
यह भी पढ़ें : गुजरात चुनाव में CM योगी की आज से जनसभाएं, गरमाएंगे चुनावी माहौल