मेरठ: वेस्ट यूपी के किसान अब फूलों की खेती के प्रति जागरूक हो रहे हैं. गन्ने की फसल के अलावा फूलों की खेती के प्रति उनकी रुचि काफी बढ़ रही है. किसान गेंदे के फूलों की खेती से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय गेंदे की नर्सरी तैयार करने का यह सबसे उपयुक्त समय है. किसानों को अच्छी किस्म वाली वैरायटी का चयन कर नर्सरी लगानी चाहिए.
कृषि वैज्ञानिकों ने दी सलाह
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में फूलों की खेती के लिए किसानों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है. उद्यान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सत्य प्रकाश का कहना है कि इस समय गेंदे की नर्सरी तैयार करने का सबसे सही समय है. किसानों को अच्छी किस्म वाली वैरायटी का चयन कर नर्सरी लगा देनी चाहिए. इस समय नर्सरी लगाने से पौध के बीज में अच्छा फुटाव होगा.
नर्सरी लगाने से पहले बीज को करें उपचारित
किसान नर्सरी तैयार करने से पहले बीज को अच्छी तरह से वैज्ञानिक विधि से उपचारित कर लें. बाजार में फूलों की अच्छी डिमांड होने से किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो रही है. किसान गन्ने की फसल के साथ गेंदे के फूलों की खेती के सहफसली के रूप में करते हुए भी मुनाफा कमा रहे हैं. गेंदे की खेती सहसली के तौर पर दूसरी फसल के साथ लगाने से कई तरह के कीटों से फसल सुरक्षित रखती है.
किसान अगर वैज्ञानिक तरह से फूलों की खेती बाजार की डिमांड पर करते हैं, तो यह उनके लिए अधिक मुनाफे का सौदा साबित होगा. वेस्ट यूपी में किसान सीजनल फूलों के साथ बेमौसम फूलों की खेती करके भी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. इसके लिए किसानों को समय-समय पर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है.
डॉ. सत्यप्रकाश, प्रोफेसर कृषि विश्वविद्यालय