मेरठः पूर्व मंत्री और मीट माफिया याकूब कुरैशी के दोनों बेटों को अब मेरठ पुलिस जिलाबदर करने की तैयारी कर रही है. याकूब के दोनों बेटे गैंगस्टर एक्ट में जमानत पर चल रहे थे. अब पुलिस की तरफ से सोनभद्र जेल में निरुद्ध पूर्व मंत्री के दोनों बेटों को जिलाबदर करने के लिए डीएम को फाइल भेजी गई है.
बीएसपी शासनकाल में पूर्व मंत्री और मीट कारोबारी याकूब कुरैशी के दो बेटे फिरोज उर्फ भूरा और इमरान पर गैंगस्टर के मामले में जमानत पर हैं. पिछले दिनों याकूब के दोनों बेटों पर पुलिस ने गुंडा एक्ट भी लगा दिया था. इसके बाद अब पुलिस महकमे ने दोनों को जिला बदर करने के लिए डीएम दफ्तर फाइल भेजी है.
इस बारे में एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि याकूब कुरैशी के दोनों बेटों इमरान और फिरोज को जिला बदर करने के उद्देश्य से एक रिपोर्ट एसएसपी के माध्यम से डीएम को भेज दी गई है. इसके बाद याकूब के दोनों बेटों पर जल्द ही जिला बदर की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
विवादों से रहा है पुराना नाता
बीते साल 30 मार्च की रात मेरठ के हापुड़ रोड़ पर अल्लीपुर में स्थित पूर्व मंत्री की मीट फैक्ट्री में पांच करोड़ का मीट पकड़ा गया था. इसके बाद याकूब और उनके परिवार के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इससे पहले याकूब कुरैशी का नाम सबसे पहले तब सुर्खियों में आया था, जब साल 2006 में उसने डेनमार्क के एक कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने वाले को 51 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा कर दी थी. फरवरी 2011 में याकूब कुरैशी ने मेरठ में हापुड़ अड्डे पर सिपाही चहन सिंह बालियान को गाड़ी को आगे न ले जाने पर थप्पड़ जड़ दिया था. मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने हाजी याकूब कुरैशी के स्वामित्व वाले एक अस्पताल को बिना लाइसेंस चलते पाया था. इसे सील कर दिया गया था. मेरठ के शास्त्री नगर में कुरैशी परिवार के स्वामित्व वाले एक स्कूल को भी बंद कर दिया गया था. स्कूल मैनेजमेंट के पास किसी भी वैध शिक्षा बोर्ड से मान्यता का प्रमाण नहीं था.
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