मेरठ: भारतीय क्रिकेटर और इंडियन टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के पिता का गुरुवार को मेरठ स्थित आवास पर निधन हो गया है. भुवनेश्वर कुमार के पिता किरण पाल सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. वे लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे. भुवनेश्वर कुमार और परिजन घर पर ही उनकी देखभाल कर रहे थे. दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था. 63 साल की आयु में उनके निधन के बाद जनपद मेरठ से लेकर बुलंदशहर तक शोक की लहर दौड़ गई. संवेदना व्यक्त करने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए उनके आवास पर शुभचिंतकों और रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है.
पुलिस विभाग से लिया था वीआरएस
भारतीय क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार मूल रूप से बुलंदशहर के रहने वाले हैं. उनके पिता किरण पाल सिंह पुलिस महकमे में नौकरी करते थे, लेकिन लीवर की बीमारी होने चलते नौकरी से वीआरएस ले लिया था. वर्तमान में किरण पाल सिंह मेरठ महानगर के गंगानगर में सी-पॉकेट में रह रहे थे. पुलिस की नौकरी में उन्होंने मुजफ्फरनगर और मेरठ जिलों में सेवा दी थी.
भुवनेश्वर घर पर कर रहे थे सेवा
उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था. जिसके बाद परिजन उनको गंगानगर में अपने आवास पर ले आए थे. जहां डॉक्टरों के अनुसार दवाइयां और इलाज दिया ज रहा था. दिल्ली और नोएडा में उनकी कीमोथेरेपी भी की गई थी. थेरेपी के बाद वे थोड़ा स्वस्थ भी हो गए थे, लेकिन कुछ दिन पहले अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई. जिसके बाद परिजनों ने उनको गंगानगर के पास एक अस्पताल में भर्ती कराया था. लीवर की बीमारी के कारण उन्हें पीलिया और कई गंभीर बीमारियों ने चपेट में ले लिया था. भुवनेश्वर कुमार, उनकी मां इंद्रेश देवी और बहन रेखा उनकी घर पर ही देखभाल कर रहे थे.
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की थी प्लेयर ऑफ मंथ में बेटे को जीताने की अपील
नजदीकी पारिवारिक मित्रों के मुताबिक, भुवनेश्वर कुमार अपने पिता का इलाज इंग्लैंड के डॉक्टरों से भी करा चुके थे. जिंदगी मौत से जूझ रहे किरनपाल ने आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ के लिए बेटे भुवनेश्वर को वोट देने की अपील की थी. जिसके बाद भुवनेश्वर को सर्वाधिक वोट मिलने के बाद प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया था. बेटे की इस जीत से उनके पिता को बहुत खुशी मिली थी.