मेरठ: इन दिनों उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. एक तरफ जहां बिना जानकारी के लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा है, वहीं अब जेल में भी धर्मांतरण किया जा रहा है. ताजा मामला मेरठ का है. यहां जेल में सजा काट रहे बंदी का धर्मांतरण किया गया है. चौधरी चरण सिंह जिला कारागार से पैरोल पर छूटने के बाद इसका खुलासा हुआ. हैरत की बात तो ये है कि जेल से छूटने के बाद आरोपी ताराचंद ने नमाज पढ़ी और बवाल बढ़ने पर पुलिस ने उसकी दाढ़ी कटवा दी.
थाना मुंडाली का मामला
थाना मुंडाली निवासी ताराचंद अपनी पत्नी के साथ 2017 से टीपीनगर में किराए पर रहता था. उसकी पत्नी के गांव निवासी रतनपाल से अवैध संबंध थे. जब ताराचंद को इसका पता चला तो उसने रतनपाल पर जानलेवा हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. हत्या के आरोप में ताराचंद को जेल भेज दिया गया था. घटना के बाद उसके परिवार ने उसका साथ छोड़ दिया था.
जेल में हत्या के मामले में बंद था कैदी
ताराचंद के मुताबिक, उसके जेल जाने के बाद उसके परिवार ने उससे रिश्ता खत्म कर लिया था. इस दौरान जेल में सजा काट रहे कैदी उस्मान ने उसकी मुलाकात हुई. उस्मान ने हत्या के मुकदमे में मदद का आस्वासन दिया. इसके बाद जेल में ही उसका धर्मांतरण करा दिया गया. यही वजह रही कि बीते 19 मई को उस्मान के परिवार ने ताराचंद को पैरोल पर छुड़ा लिया था. इसके बाद वह गांव चला गया और वहां वह अन्य ग्रामीणों को धर्मांतरण के लिए उकसाने लगा. इसकी शिकायत पुलिस से की गई.
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ग्रामीणों ने लगाया धर्मांतरण के लिए उकसाने का आरोप
गांव निवासी श्याम सिंह ने आरोप लगाया कि जेल में अपना धर्म बदलने के बाद पैरोल पर छूटकर आया कैदी गांव के अन्य लोगों को भी धर्मांतरण के लिए कहने लगा. ग्रामीण की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. पूछताछ में कैदी ने जेल में मुस्लिम धर्म कुबूल करने की बात स्वीकार की है और गांव में किसी का धर्मांतरण कराने के आरोप को गलत बताया है. थाना प्रभारी रवि चंद्रवाल का कहना है कि ग्रामीणों की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद उसकी दाढ़ी कटवा दी. पैरोल को निरस्त करने की कार्यवाही की जा रही है.