मेरठः कोविड-19 के लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या आम जनता के लिए मुसीबत तो बनी ही है, इससे लोगों के कारोबार पर भी बुरा असर पड़ रहा है. कोरोना संक्रमण की वजह से कई तरह के कारोबार ठप तो हो ही गये हैं, वहीं सर्दियों के बावजूद भी गर्म कपड़ों का कारोबार 30 से 40 फीसदी प्रभावित हुआ है. मेरठ शहर के कई बाजारों में भीड़ देखी जा रही है, तो कहीं ग्राहक बहुत कम पंहुच रहे हैं. पिछले सालों की तुलना में इस बार गर्म कपड़ों की कम बिक्री हो रही है. ग्राहक गर्म शूट के साथ फैंसी जॉकेट, जर्सी और पसंदीदा स्वेटर खरीद तो रहे हैं. लेकिन कोरोना की वजह से केवल जरूरत के हिसाब से ही खरीददारी की जा रही है. हालांकि दुकानदार इससे भी काफी संतुष्ट दिखाई दे रहे हैं.
कोरोना से कपड़ा कारोबार पर कम प्रभाव
आपको बता दें कि ठंड के मौसम में लोग गर्म कपड़ों की खरीदारी करते हैं. इस बार कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से गर्म कपड़ों का कारोबार ज्यादा प्रभावित नही हुआ. जहां सर्दी आते ही गर्म कपड़ों की मांग बढ़ जाती है, वहीं इस बार कपड़ा कारोबार पर कोरोना का 30 से 40 फीसदी असर पड़ा है. कोरोना गाइडलाइन के बाद भी बाजारों में भीड़ उमड़ रही है. दुकानदारों की माने तो कोरोना की वजह से गर्म कपड़ों की बिक्री पर ज्यादा फर्क नही पड़ा है. हां इतना जरूर है कि जहां ग्राहक कई जोड़ी गर्म कपड़े खरीदते थे, इस बार कम खरीद रहे हैं. जिससे दुकानों पर रौनक बनी हुई है.
फैंसी कपड़े कर रहे पसंद
आज के दौर में फैंसी कपड़ो की मांग ज्यादा बढ़ रही है. हर कोई सस्ता और फैंसी गर्म कपड़े खरीद रहा है. ज्यादातर महिलाएं गर्म शूट के साथ फैंसी जैकेट, कॉर्डिगन, जर्सी के अलावा गर्म गाउन खरीदना पसंद कर रही हैं. युवाओं में हॉफ स्लिप जैकेट के साथ मोदी जैकेट का चलन देखा जा रहा है. जबकि युवतियां गर्म जींस, पज़ामी, जैकेट, ऊनी कुर्तियां, ऊनी टॉप, मफलर खरीद रही हैं.जिससे महीनों इतंजार कर रहे दुकानदारों के चेहरों पर भी खुशी साफ देखी जा रही है.
पुराने बाजार में उमड़ी भीड़
मेरठ के पारंपरिक एवं पुराने बाजार की बात करें, तो यहां गर्म कपड़ों का कारोबार फल-फूल रहा है. सर्दी आते ही बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है. आलम यह है कि लोगों मे कोरोना वायरस का भी डर नहीं है. लोग बिना मॉस्क लगाए ही बाजारों में खरीदारी कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. लोग जान जोखिम में डालकर गर्म कपड़ों की खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं.
ज्यादा बॉर्गेनिंग कर रहे ग्राहक
दुकानदार रमन कुमार का कहना है कि सर्दी के लिए गर्म कपड़े ग्राहक मजबूरी में खरीद रहे हैं. कोरोना में लोगों की आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं है. जिसकी वजह से जरूरतमंद ग्राहक ही गर्म कपड़े खरीदने आ रहे हैं.पिछले साल की अपेक्षा जो कपड़ा 500 रुपये में बिकता था. इस बार वो 300-400 में बेचना पड़ रहा है. ग्राहक खरीदारी के लिए ज्यादा बॉर्गेनिंग कर रहे हैं.
शादी के लिए हो रही कपड़े की खरीदारी
लाल कुर्ती बाजार के कपड़ा व्यापारी जशबीर सिंह नैय्यर का कहना है कि कपड़े के कारोबार पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है. लेकिन इस बार बाजार में केवल ब्याह-शादी के लिए जरूरी कपड़ा खरीदने वाले ग्राहक ही हैं. रोजमर्रा के सामान्य ग्राहक बहुत कम आ रहे हैं
70 फीसदी हो रहा कारोबार
आबू लेन मार्केट के व्यापारी संगठन के प्रधान महेंद्र कुमार ने बताया कि इस बार गर्म कपड़ों का कारोबार करीब 70 फीसदी देखा जा रहा है. जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी व्यापार भी बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि वर्तमान में भी गर्म कपड़ों की सेल हो रही है. शादियों का सीजन चल रहा है जिसकी वजह से बाजारों में भीड़ भी बहुत आ रही है.