मेरठः बसपा नेता याकूब कुरैशी(BSP leader Yakub Qureshi) की मुश्किलें काम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. याकूब कुरैशी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ अदालत में सोमवार को फिर से चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. सीओ कैंट रूपाली राय का कहना है कि दो दिन पहले ही उनके पास विवेचक ने चार्जशीट भेजी है. चार्जशीट में जो खामियां थीं, उसे दूर कर लिया गया है.
बता दें कि खरखौदा और किठौर पुलिस ने 31 मार्च 2022 को याकूब कुरैशी के बेटे इमरान की अलीपुर खरखौदा स्थित मीट फैक्ट्री पर दबिश दी थी. यहां अवैध रूप से मीट पैकिंग पकड़ी गई थी. इस वक्त पुलिस ने हाजी याकूब कुरैशी, पत्नी संजीदा बेगम और बेटे हाजी इमरान एवं फिरोज उर्फ भूरा सहित 17 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. मुकदमे में 10 आरोपियों को जेल भेजकर चार्जशीट फाइल की जा चुकी है.
अभी तक हाजी याकूब, पत्नी संजीदा बेगम, पुत्र हाजी इमरान और फिरोज सहित सात लोगों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल नहीं हो सकी थी. अब पुलिस ने पांच माह में चार्जशीट तैयार करके सीओ कैंट रूपाली राय के यहां भेज दी. सीओ कैंट रूपाली रॉय ने बताया कि चार्जशीट तैयार कर ली गई है. आज हमने चार्जशीट को कोर्ट में दाखिल कर दिया है.
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विवेचक ने एक सप्ताह पहले चार्जशीट तैयार करके सीओ कैंट रूपाली रॉय को भेजी थी. सीओ की जांच में इसमें कई खामियां मिली थीं. सीओ ने चार्जशीट को वापस लौटाते हुए सभी खामियों को दूर करने का आदेश दिया था. वहीं, चर्चा थी कि याकूब कुरैशी और उनके परिवार को लाभ पहुंचाने के लिए खामियां छोड़ी गई हैं, लेकिन इन सब बातों को दरकिनार करते हुए आज चार्जशीट को दाखिल कर दिया गया है.
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