मेरठ: भ्रष्टाचार संबंधी मामलों में हमेशा चर्चा में रहने वाला मेरठ कैंट बोर्ड एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है. जहां सोमवार की शाम मेरठ कैंट बोर्ड में सीबीआई की छापेमारी से हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम सुपरवाइजर संजय को पूछताछ के लिए ले गई. हालांकि कैंट बोर्ड के सीईओ और अन्य अधिकारी इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं.
गौरतलब है कि सीबीआई की टीम मेरठ कैंट बोर्ड कार्यालय में गोपनीय ढंग से पहुंची. छापेमारी का पता चलते ही कार्यालय के कर्मचारी और अफसरों में खलबली मच गई. जहां सीबीआई ने सेनेट्री सुपरवाइजर संजय कुमार से भी कई बिंदुओं पर पूछताछ की. दरअसल, संजय कुमार एक कैंट बोर्ड के अधिकारी के खास बताए जाते हैं.
बताया जा रहा है कि टीम ने एक अधिकारी को भी हिरासत में लिया है. वहीं, सीबीआई की टीम कैंट बोर्ड सीईओ ज्योति कुमार के मॉल रोड स्थित सरकारी आवास पर भी पहुंची थी. जहां कैंट बोर्ड के सीईओ अपने सरकारी आवास पर नहीं मिले और सीबीआई की टीम ने फिर कैंट बोर्ड कार्यालय पर डेरा डाला.
वहीं देर शाम तक सीबीआई की टीम सेनेट्री सेक्शन हेड समेत तमाम दूसरे स्टाफ से पूछताछ में लगी थी. सीबीआई टीम के पहुंचने के काफी देर बाद बोर्ड के अन्य सेक्शन के स्टाफ को छापे की जानकारी मिल सकी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. दरअसल, सीबीआई का छापा 800 संविदाकर्मियों की भर्ती को लेकर मारा गया है. इसमें काफी मोटा लेनदेन किए जाने की बात सुनने में आ रही है. यह भी जानकारी मिली है कि इस भर्ती कांड की शिकायत मेरठ कैंट बोर्ड के एक अज्ञात व्यक्ति ने की थी.
दरअसल, एक साल पहले भी सीबीआई की टीम मेरठ कैंट ऑफिस में पहुंची थी. हालांकि कैंट बोर्ड प्रशासन पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए है. वहीं, कैंट बोर्ड में भर्ती होने आए कुछ प्रतिभागियों से भी सीबीआई की टीम ने पूछताछ की.
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