मेरठ: निजी अस्पतालों का गोरखधंधा कैसे फल फूल रहा है, इसकी बानगी एक बार फिर देखने को मिली. मामला मेरठ के एक निजी अस्पताल का है जहां गलत इलाज के चलते एक मासूम बच्चे की हालत बिगड़ गई. डॉक्टरों पर आरोप है कि उपचार के नाम पर गलत दवाएं देकर डॉक्टरों ने मासूम की बीमारी को बढ़ा दिया है, इतना ही नहीं अस्पताल प्रशासन ने बच्चे के परिजनों से मोटी रकम वसूल ली है.
जानिए क्या है पूरा मामला
पूरा मामला मेरठ के नामचीन अस्पताल का है, जहां अक्सर ऐसे ही मरीजों के साथ खिलवाड़ के मामले सामने आते रहे हैं. जानकारी के मुताबिक बच्चे को बुखार और चेहरे पर सूजन की मामूली सी शिकायत थी. जिसका इलाज कराने के लिए परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही ने बच्चे की बीमारी को और बढ़ा दिया है और बच्चे के परिजनों से मोटी रकम भी वसूल की है.
अस्पताल के डॉक्टर विनोद आहूजा पर आरोप है कि उन्होंने पहले बच्चे को गलत दवाइयां दी जिससे बच्चे के प्राइवेट पार्ट में पानी भरने लगा है और बहुत अधिक सूजन आ गई है. दर्द की वजह से बच्चा तड़प रहा है. बच्चे का दर्द से तड़पता हुआ एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
आरोप है कि परिजनों द्वारा शिकायत करने पर डॉक्टर ने स्टाफ के साथ मिलकर परिजनों को अस्पताल से धक्का मारकर बाहर कर दिया. फिलहाल मासूम बच्चे को अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है. परिजनों ने अस्पताल और डॉक्टर पर कार्रवाई कराने की बात कही है. वहीं इस मामले में अस्पताल प्रबन्धन कोई बात करने को तैयार नहीं है.