मेरठ: जिले के मेडिकल थाना में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब चेकिंग के दौरान पुलिस ने बिना मॉस्क घूम रहे रहे बजरंगदल कार्यकर्ता का चालान काट दिया. चालान कटने से नाराज बजरंगदल कार्यकर्ता पुलिस कर्मियों के साथ भिड़ गया. इस दौरान युवक पुलिस के साथ गाली गलौज और बदसलूकी करने लगा, जिसके बाद पुलिस ने युवक को थाने में लाकर बिठा दिया. जिससे नाराज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया. हालांकि, पुलिस ने बजरंगदल कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं हुआ. पुलिस ने इस मामले में हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
जानिए क्या है मामला
दरअसल, थाना मेडिकल इलाके के जागृति विहार निवासी मनीष बिना मॉस्क घूम रहा था. इस दौरान रूटीन चेकिंग कर रही पुलिस ने मॉस्क नहीं लगाने पर उसका चालान कर दिया. मनीष का चालान कटने के बाद बजरंग दल कार्यकर्ता और उसके साथी दीपक ने न सिर्फ पुलिस का विरोध किया बल्कि पुलिस के साथ झगड़ने लगा. जिसके बाद पुलिस बिना मॉस्क घूमने वाले मनीष को थाने ले आई. साथी के थाने ले जाने से गुस्साए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया.
थाने का घेराव कर किया हंगामा
मनीष के थाने ले जाने की सूचना मिलते ही बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने थाने पर पहुंचकर थाने का घेराव कर लिया. करीब एक घंटे तक थाने के बाहर कार्यकर्ताओं ने हंगामा काटा. इस दौरान हंगामा कर रहे लोगों की पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक भी हुई. कार्यकर्ता पुलिस के साथ धक्का मुक्की कर थाने में घुस गए और जबरन मनीष को थाने से छुड़ाकर ले गए.
महामारी एक्ट में किया मुकदमा दर्ज
कोरोना संक्रमण के चलते थाने पर पहुंची भीड़ को देखकर पुलिस ने महामारी एक्ट का मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी तो भीड़ ने दोबारा से थाने का घेराव कर कार्यालय में रखे पर्चे भी फाड़ने की कोशिश की. सीओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि मनीष का चालान कर छोड़ा गया है, लेकिन उसके दोस्त दीपक ने पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी कर दी. जिसके बाद मनीष को थाने लाना पड़ा जबकि दीपक वहां से भाग निकला. मनीष को थाने लाने के बाद थाने पर बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया. हंगामा करने वालों के खिलाफ महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.