मेरठ: थाना मवाना इलाके में एक युवक के नाम पर कमेंट करने से खूनी संघर्ष हो गया. दो पक्षों में हुए संघर्ष में कई लोग घायल हो गए. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से सभी को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. पीड़ित ने बताया कि उसके भाई का नाम गिरीश है, जिसके चलते दूसरे गुट के युवकों ने ट्रैक्टर और उसके घुटनों में गिरीश करने और कराने का कमेंट कर दिया. इस पर गिरीश ने उनका विरोध किया तो बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए लोगों ने घर पर हमला बोल दिया. लाठी-डंडों से हुई मारपीट में महिला समेत कई लोग घायल हो गए. पीड़ित ने घायल मां और भाई के साथ पहुंच मवाना थाने में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
रविवार को मवाना थाना इलाके के गांव जयसिंहपुर निवासी नरेश पुत्र रामकिशन अपनी मां को घायल अवस्था में लेकर थाने पहुंचा. जहां उसने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह जनपद शामली में पुलिस महकमें में तैनात है. नरेश बीते दिन छुट्टी लेकर घर आया हुआ था. नरेश के मुताबिक उसका भाई गिरीश कुमार मवाना में कुछ सामान लेने के लिए जा रहा था. तभी बीच रास्ते में कुछ युवकों ने गिरीश कुमार के नाम को लेकर कमेंट करना शुरू कर दिया. युवकों ने कमेंट करते हुए कहा कि "हमारे ट्रैक्टर में गिरीश कर दे और अपने घुटनों में भी गिरीश कर ले, हमारा ट्रैक्टर भी तेज दौड़ेगा और तू भी".
इसी बात को लेकर गिरीश और उन युवकों में कहासुनी हो गई. जिसके बाद आरोपी युवक करीब 30-40 लोगों के साथ मिलकर घर पहुंच गए और धारदार हथियार व लाठी-डंडों से हमला करने लगे. हमले में नरेश, उनकी मां कांता देवी और भाई गिरीश गंभीर रूप से घायल हो गए. झगड़े की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सीएचसी में भर्ती कराया. जहां से घायलों को मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया.
जबकि अपनी तहरीर में दूसरे पक्ष के फिरोज पुत्र खुर्शीद ने बताया कि ग्राम में शौकत नामक युवक की परचून की दुकान है, जहां उसका पुत्र हैदर अपने चाचा खुर्शीद के साथ कुछ सामान खरीद रहे थे. तभी वहां नरेश, गिरीश, धीरज पुत्र रामकिशोर कई युवकों के साथ लाठी-डंडे और धारदार हथियार लेकर आए और उन पर हमला कर दिया. जिससे हैदर समेत कई लोग घायल हो गए. हैदर का कहना है कि नरेश और गिरीश दोनों सगे भाई हैं, दलित समाज से होने कारण एससी/एसटी एक्ट के तहत झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रहे हैं.
दोनों पक्षों की ओर से आई तहरीर के आधार पर मुकदमें लिखे गए हैं. घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. जहां सभी का इलाज किया जा रहा है. सच्चाई क्या है इसके लिए जांच कराई जा रही है. जांच के बाद ही झगड़े की हकीकत का पता चल पाएगा.
-अजय साहनी, एसएसपी