मेरठ : उत्तर प्रदेश विधान परिषद मेरठ खंड की एमएलसी सीट पर शिक्षक संघ का किला ध्वस्त हो गया है. एमएलसी चुनाव में पहली बार उतरी बीजेपी ने इतिहास रच दिया है. यहां शिक्षक सीट पर बीजेपी के श्रीचन्द शर्मा ने 48 साल से काबिज ओमप्रकाश शर्मा को पराजित किया है. वहीं, स्नातक सीट पर 24 साल के एमएलसी चुने जा रहे हेमसिंह पुंडीर को दिनेश गोयल ने पटकनी दी है. ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद भाजपा खेमे में जश्न का माहौल बना हुआ है. शिक्षक सीट पर श्रीचन्द शर्मा ने ओमप्रकाश शर्मा को 4000 मतों से पराजित किया. वहीं शिक्षक सीट पर दिनेश गोयल ने हेमसिंह पुंडीर को करीब 28769 वोटों से शिकस्त दी है. इस जीत के लिए बीजेपी ने कई मंत्रियों और बड़े नेताओं को लगाया हुआ था. लखनऊ बैठे सीएम योगी भी खुद नजर बनाए हुए थे.
पहली बार एमएलसी में लड़ी बीजेपी
स्नातक एवं शिक्षक विधान परिषद के इस चुनाव में बीजेपी ने पहली बार अपने प्रत्याशी उतारे थे. इसके चलते यह चुनाव जीतना बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी बन गया था. जीत के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी थी. लंबे समय से शिक्षक संघ को हराने के लिए एड़ी चोटी का पसीना बहाना पड़ा. इसके लिए सीएम योगी के निर्देश पर पश्चिमी यूपी के सभी मंत्री, पदाधिकारी, नेता कार्यकर्ता प्रचार ने जुटे हुए थे.
एमएलसी चुनाव में बीजेपी की जीत लंबे समय बाद शिक्षक संघ का किला ढहाशिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा 8 बार चुनाव जीतकर 48 सालों से मेरठ खंड की एमएलसी सीट पर काबिज थे. इनको बीजेपी के श्रीचन्द शर्मा ने हराकर 48 सालों का किला ढहाने का काम किया है. वहीं 24 साल यानी 4 बार स्नातक सीट पर एमएलसी का चुनाव जीत चुके हेमसिंह पुंडीर को भाजपा प्रत्याशी दिनेश गोयल ने हराकर कर स्नातक सीट पर जीत दर्ज कर नया इतिहास लिखा है. उन्होंने चार बार के लगातार विजेता रहे व उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ प्रांतीय उपाध्यक्ष हेम सिंह पुंडीर को हराकर यह जीत हासिल की. दोनों प्रत्याशियों की करारी हार से शिक्षक खेमे को बड़ा झटका लगा है.
भाजपाइयों में जश्न का माहौलमेरठ खंड स्नातक सीट की मतगणना परतापुर स्थित कताई मिल में हुई. पहली बार शिक्षक विधान परिषद चुनाव में एतिहासिक जीत के बाद भाजपा में जश्न का माहौल है. खास बात ये है कि बीजेपी के दोनों प्रत्याशियों ने शिक्षक संघ प्रत्याशियों को परास्त कर किले को ढहाने का काम किया है. जीत हासिल करने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी कर जश्न मनाया. मिठाईयां बांटने के साथ बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया. जीते हुए प्रत्याशियों का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया जा रहा है.
किसको कितने वोट मिलेविधान परिषद के इस चुनाव में जीत के लिए कुल मतदान का 50% प्लस वन का फार्मूला बनाया गया है, लेकिन इस फार्मुले के आधार पर परिणाम नहीं आने से सर्वाधिक मत प्राप्त करने वाले को विजेता घोषित किया जाता है. ऐसा ही मेरठ खण्ड की सीट पर देखने को मिला है. बीजेपी दिनेश गोयल ने प्रथम वरीयता में 27080 मतों से वर्तमान एमएलसी एवं शिक्षक संघ प्रत्याशी से आगे रहे. पहली वरीयता में दिनेश गोयल को 43052 और हेम सिंह पुंडीर को 15972 मत मिले. इसके चलते दूसरी वरीयता की मतगणना शुरू की गई. मतगणना में 11302 मत निरस्त होने के बाद कुल वैध मत 112675 बचे थे.
जीत के लिए प्रत्याशी को 50 प्रतिशत प्लस वन के फॉर्मूला के आधार पर 56338 मत प्राप्त करने थे लेकिन कोई भी प्रत्याशी इस आंकड़े को नहीं छू पाया. बीजेपी के दिनेश गोयल को 46212 और हेम सिंह पुंडीर को 17443 मतों पर ही संतोष करना पड़ा. जिसके बाद सर्वाधिक मत पाने पर बीजेपी के दिनेश गोयल को 28769 मतों से विजयी घोषित कर दिया गया. जबकि कांग्रेस के जितेंद्र गौड़ को 7478, सपा के शमशाद अली एडवोकेट को 7069 और निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. हरविंदर सर्जन को 8925 वोटों पर सिमटना पड़ा.