मेरठः लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए बीजेपी (BJP) अब मैदान पर तैयारी में जुट गई है. इसी के मद्देनजर मेरठ में आज चार जिलों के मेयर और पार्षदों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (BJP State President Bhupendra Chaudhary) देंगे. जाटलैंड में बीजेपी का यह कार्यक्रम बेहद अहम माना जा रहा है.
यह कार्यक्रम दो दिवसीय है. महापौर-पार्षद प्रशिक्षण वर्ग में मेरठ समेत सहारनपुर, गाजियाबाद और मुरादाबाद के मेयर और इन्हीं जिलों के 182 बीजेपी के पार्षद शामिल होंगे. अगले दिन यानी कल शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल भी मेरठ पहुंचकर इस खास प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे.
बीजेपी के जिला मीडिया प्रभारी गजेंद्र शर्मा ने बताया कि दोपहर 12 बजे प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का काशी टोल प्लाजा पर स्वागत किया जाएगा. उसके बाद दिल्ली रोड पर परतापुर बाईपास स्थित एक होटल में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में वह भाग लेंगे.
इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी दलित अनुसूचित बस्ती लाला मोहम्मदपुर कंकरखेड़ा में जनसंपर्क भी करेंगे. मीडिया प्रभारी गजेंद्र शर्मा ने बताया कि अगले दिन शुक्रवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मेरठ पहुंचेंगे. उपमुख्यमंत्री भी प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होंगे और मौजूद मेयर और पार्षदों को प्रशिक्षण देंगे. उनके अलावा प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी वहां मौजूद रहेंगे. इसके अलावा केंद्र सरकार के मंत्री संजीव बालियान के आने की भी संभावना है वहीं पार्टी संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. पूरे कार्यक्रम को लेकर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज ने बताया कि 2024 में बड़े लक्ष्य के साथ आगे बढ़ना है.
बीजेपी ने इस वजह से जाटलैंड को चुना
जहां 2014 में बीजेपी का प्रदर्शन लोकसभा चुनाव में शानदार रहा था. वहीं उसके बाद 2019 में बीजेपी को जीत तो मिली लेकिन पश्चिमी यूपी में कई जीती हुई सीटें पार्टी को गंवानी पड़ी थीं. बीजेपी को मुरादाबाद,सहारनपुर, नगीना, अमरोहा, बिजनौर संभल, और रामपुर लोकसभा सीट पर विपक्षी एकजुटता के चलते झटका लगा था.
ऐसे में बीजेपी ने सबसे पहले प्रदेश अध्यक्ष ही जाटलैंड से चुना और पहली बार ऐसा हुआ कि प्रदेश में बीजेपी ने किसी जाट को पार्टी की प्रदेश कमान सौंपी है. 2019 में 62 सीटें बीजेपी ने जीती थी, जबकि 2014 में प्रदर्शन ज्यादा अच्छा था तब 73 सीटें इनके पास थीं. ऐसे में अब पार्टी का थिंक टैंक पश्चिमी यूपी को लेकर बेहद गंभीर हैं.
ये भी पढ़ेंः मेरठ: भाजपा नेता का विवादित बयान, हिंदुओं को 5 बच्चे पैदा करने की दी सलाह