मेरठ: बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल का बड़ा बयान सामने आया है. बीजेपी सांसद ने पवित्र नदी गंगा किनारे शवों के अंतिम संस्कार पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि नदी किनारे शवों के अंतिम संस्कार से न सिर्फ गंगा नदी प्रदूषित हो रही, बल्कि शवों का भी ठीक तरीके से क्रिया कर्म नहीं हो पाता. इसलिए वो न सिर्फ सरकार से नदी किनारे के शवदाह स्थलों को बंद करने की अपील करेंगे, बल्कि इसके लिए लोगों को जागरूक भी करेंगे.
दरअसल, शनिवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल पर्यावरण एवं स्वच्छता क्लब के तृतीय स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. इस अवसर पर पर्यावरण एवं जल संरक्षण विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. बीजेपी सांसद ने कहा कि स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, जिसे हमें बचपन से सिखाया जाता है. स्वच्छता और पर्यावरण हमारे जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं. आने वाली पीढ़ियों के लिए जल संरक्षण और स्वच्छ पर्यावरण बहुत जरूरी है.
गंगा नदी किनारे शवदाह से दूषित हो रही गंगा
इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए बीजेपी सांसद ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग अपने माता-पिता, दादा-दादी के क्रिया कर्म को आस्था से जोड़ लेते हैं. उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार गंगा नदी के घाट पर किया जाए, जिसे एक दम से रोका नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि गंगा घाटों पर शवदाह के दौरान परिजन जल्दबाजी में कई बार अधजला शव ही बहा देते हैं, जो पूरी तरह से गलत है. इससे न सिर्फ गंगा नदी का पवित्र जल प्रदूषित होता है, बल्कि पूरी गंगा नदी दूषित हो जाती है.
श्मशान घाट पर करें शवदाह
बीजेपी सांसद ने लोगों को नसीहत देते हुए कहा कि लोग अपने परिजनों के शवों का अंतिम संस्कार अपने खेतों और श्मशान घाट पर करें. इसके बाद अस्थियों का विसर्जन गंगा नदी में कर दें. अस्थियों एवं राख के विसर्जन से जल प्रदूषित नहीं होता.
सरकार से गंगा किनारे शवदाह पर रोक की मांग
सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा गंगा नदी किनारे अंतिम क्रिया कर्म पर रोक लगाने के लिए वह सरकार से मांग करेंगे, ताकि गंगा नदी को प्रदूषित होने से बचाया जा सके.