मेरठः पिछले दिनों टूटे हुए हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से किसान रघुनंदन और उनके बेटे अंकुर की मौत हो गई थी. शुक्रवार को पीड़ित परिवार के साथ भाकियू कार्यकर्ता ऊर्जा भवन पहुंचे और वहां बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की.
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क्या है पूरा मामला-
- पांच अगस्त को मवाना थाना क्षेत्र के भैंसा गांव में बिजली की हाईटेंशन लाइन टूटकर गिर गई थी.
- इसकी चपेट में आने से किसान रघुनंदन और उनके बेटे की मौत हो गई थी.
- इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से अधिशासी अभियंता, एसडीओ और जेई के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था.
- बिजली विभाग की ओर से इस मामले में पीड़ित परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई थी.
- किसानों ने एमडी से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की.
- इसके अलावा रघुनंदन की दो बेटियों में से किसी एक को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की.
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इस तरह के मामलों में सरकारी नौकरी देने का कोई प्रावधान नहीं है. फिर भी पीड़ित परिवार की मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे. जब भी विभाग में रिक्तियां निकलेंगी उनके आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा. पीड़ित पक्ष की तहरीर पर केस दर्ज कराया गया था, उसकी भी जांच चल रही है.
-आशुतोष निरंजन, एमडी पश्चिमांचल विद्युत निगम