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मेरठ: भाकियू ने बिजली विभाग के MD का किया घेराव, मृतक के परिजनों को नौकरी की मांग

उत्तर प्रदेश के मेरठ में भाकियू के कार्यकर्ताओं ने ऊर्जा भवन पर प्रदर्शन कर एमडी के दफ्तर का घेराव किया. पिछले दिनों हाइटेंशन लाइन टूटकर गिरने से उसकी चपेट में आए पिता और पुत्र की मौत के मामले में पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की.

भाकियू ने किया प्रदर्शन
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Published : Aug 16, 2019, 3:15 PM IST

मेरठः पिछले दिनों टूटे हुए हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से किसान रघुनंदन और उनके बेटे अंकुर की मौत हो गई थी. शुक्रवार को पीड़ित परिवार के साथ भाकियू कार्यकर्ता ऊर्जा भवन पहुंचे और वहां बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की.

भाकियू ने किया प्रदर्शन.

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क्या है पूरा मामला-

  • पांच अगस्त को मवाना थाना क्षेत्र के भैंसा गांव में बिजली की हाईटेंशन लाइन टूटकर गिर गई थी.
  • इसकी चपेट में आने से किसान रघुनंदन और उनके बेटे की मौत हो गई थी.
  • इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से अधिशासी अभियंता, एसडीओ और जेई के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था.
  • बिजली विभाग की ओर से इस मामले में पीड़ित परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई थी.
  • किसानों ने एमडी से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की.
  • इसके अलावा रघुनंदन की दो बेटियों में से किसी एक को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की.

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इस तरह के मामलों में सरकारी नौकरी देने का कोई प्रावधान नहीं है. फिर भी पीड़ित परिवार की मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे. जब भी विभाग में रिक्तियां निकलेंगी उनके आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा. पीड़ित पक्ष की तहरीर पर केस दर्ज कराया गया था, उसकी भी जांच चल रही है.
-आशुतोष निरंजन, एमडी पश्चिमांचल विद्युत निगम

मेरठः पिछले दिनों टूटे हुए हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से किसान रघुनंदन और उनके बेटे अंकुर की मौत हो गई थी. शुक्रवार को पीड़ित परिवार के साथ भाकियू कार्यकर्ता ऊर्जा भवन पहुंचे और वहां बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की.

भाकियू ने किया प्रदर्शन.

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क्या है पूरा मामला-

  • पांच अगस्त को मवाना थाना क्षेत्र के भैंसा गांव में बिजली की हाईटेंशन लाइन टूटकर गिर गई थी.
  • इसकी चपेट में आने से किसान रघुनंदन और उनके बेटे की मौत हो गई थी.
  • इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से अधिशासी अभियंता, एसडीओ और जेई के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था.
  • बिजली विभाग की ओर से इस मामले में पीड़ित परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई थी.
  • किसानों ने एमडी से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की.
  • इसके अलावा रघुनंदन की दो बेटियों में से किसी एक को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की.

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इस तरह के मामलों में सरकारी नौकरी देने का कोई प्रावधान नहीं है. फिर भी पीड़ित परिवार की मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे. जब भी विभाग में रिक्तियां निकलेंगी उनके आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा. पीड़ित पक्ष की तहरीर पर केस दर्ज कराया गया था, उसकी भी जांच चल रही है.
-आशुतोष निरंजन, एमडी पश्चिमांचल विद्युत निगम

Intro:मेरठ: भाकियू ने किया एमडी का घेराव, मृतक परिवार को नौकरी देने की रखी मांग
मेरठ। बिजली की हाइटेंशन लाइन टूटकर गिरने से उसकी चपेट में आए पिता और पुत्र की मौत के मामले में शुक्रवार को पीड़ित परिवार के साथ भाकियू के कार्यकर्ताओं ने ऊर्जा भवन पर प्रदर्शन कर एमडी का घेराव किया। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की। एमडी ने इस मामले में उचित कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया है।
Body:बतादें 5 अगस्त को मवाना थाना क्षेत्र के गांव भैंसा में बिजली की हाईटेंशन लाइन टूटकर गिरने से उसकी चपेट में आकर किसान रघुनंदन (58) और उनके बेटे अंकुर (19) की मौत हो गई थी। इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से अधिशासी अभियंता, एसडीओ और जेई के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। बिजली विभाग की ओर से इस मामले में पीड़ित परिवार को 5—5 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी गई थी। शुक्रवार को पीड़ित परिवार के साथ भाकियू कार्यकर्ता ऊर्जा भवन पहुंचे और वहां विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में भाकियू ने एमडी आफिस पहुंच कर वहां उनका घेराव किया। किसानों ने एमडी आशुतोष निरंजन के सामने पीड़ित परिवार को कम से 20 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की। इसके अलावा रघुनंदन की दो बेटियों में से किसी एक को सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग की। भाकियू कार्यकर्ताओं ने एमडी को बताया कि अंकुर इकलौता पुत्र था, परिवार में रघुनंदन की दो ​बेटियां है जो पढ़ रही हैं। भाकियू ने दोनों बेटियों में से किसी एक को सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग की। जिस पर एमडी ने आश्वासन दिया कि इस मामले में जो भी संभव मदद होगी वह पीड़ित परिवार की जरूर कराएंगे। एमडी से वार्ता के दौरान सतबीर, जंगेठी, प्रधान विलियम, राजेश शर्मा, कुलदीप, रविंद्र दौरालिया, गजेंद्र सिंह, बबलू जिटौली आदि मौजूद रहे।
Conclusion:एमडी आशुतोष निरंजन का कहना है कि इस तरह के मामलों में सरकारी नौकरी देने का कोई प्रावधान नहीं है। फिर भी वह पीड़ित परिवार की मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे। जब भी विभाग में रिक्तियां निकलेंगी, उसमें उनके आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। एमडी के मुताबिक इस मामले में पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कराया गया था, उसकी भी जांच चल रही है। गांव में जर्जर तार बदलवाने की मांग की गई है, इस समस्या का भी निस्तारण कराया जाएगा।

बाइट— आशुतोष निरंजन, एमडी पश्चिमांचल विद्युत निगम

अजय चौहान
9897799794
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