मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में छात्रों के दो गुटों में कहासुनी के बाद मारपीट हो गई. बात इतनी बढ़ गई कि बेखौफ स्टूडेंट्स ने विश्वविद्यालय कैम्पस के इतिहास विभाग की बिल्डिंग के ठीक सामने एक छात्र पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया. इसमें उसके सिर्फ में गंभीर चोटें आई हैं. उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. जिस स्टूडेंट पर हमला हुआ है वह एबीवीपी से जुड़ा बताया गया है.
जैसे ही छात्रों में संघर्ष की सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन को हुई उन्होंने आनन फानन में पुलिस को सूचित किया. कुछ ही देर में यूनिवर्सिटी में पुलिस पहुंच गई. पुलिस क्षेत्राधिकारी अरविंद चौरसिया भी मौके पर पहुंचे. स्टूडेंट को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है. घायल छात्र की पहचान हंस कुमार के तौर पर हुई है. जो एबीवीपी का कार्यकर्ता है. उसका आरोप है कि कुछ लड़कों ने बेरहमी से उसे पीटा है.
हंस अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश सचिव रहे हैं और MSW के छात्र हैं. हंस ने बताया कि बुधवार को वो अपने डिर्पाटमेंट के बाहर दोस्तों के साथ खड़े थे, तभी अचानक 10 से 12 युवक आए और उस पर हमला कर दिया. घायल हंस कुमार पुत्र अरविंद कुमार मूल रूप से मुरादाबाद जिले का रहने वाला है. उसका आरोप है कि उस पर लाठी, डंडों व चाकू से वार कर उसे घायल किया गया है. जैसे ही छात्र पर जानलेवा हमले की जानकारी उसके सहयोगियों को हुई इतिहास विभाग के नजदीक पहुंचकर छात्रों ने घटना पर विरोध दर्ज कराया.
हंस के सिर में गंभीर चोटें आई हैं. बताया जा रहा है कि जिन नकाबपोश युवकों ने उस पर हमला किया वह उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे. पुलिस क्षेत्राधिकारी सिविल लाइंस अरविंद चौरसिया का कहना है कि स्टूडेंट्स फायरिंग की बात भी कर रहे हैं लेकिन, ऐसी कोई जानकारी अभी तक प्रकाश में नहीं आई है. आसपास के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं और जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल कानून व्यवस्था को लेकर किसी तरह की कोई समस्या नहीं है. छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया है. जल्द ही हमलावरों की गिरफ्तारी की जाएगी. यह भी पड़ताल की जा रही है कि आखिर हमले की वजह क्या थी.
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