मेरठः जिले के थाना सिविल लाइन में आम आदमी पार्टी नेताओं के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे के विरोध में आम आदमी पार्टी नेताओं ने मंगलवार को प्रदर्शन किया. इसके बाद डीएम और एसएसपी को ज्ञापन देकर मुकदमों को वापस लेने की मांग की. पार्टी जिला अध्यक्ष ओपी संत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के इशारे पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया गया है.
27 अगस्त को दिया था ज्ञापन
जिला महासचिव अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि 27 अगस्त 2020 को आम आदमी पार्टी ने शांतिप्रिय तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक मामले में ज्ञापन दिया था. इसी कार्यक्रम में कोरोना प्रोटोकाल के उल्लंघन का आरोप लगाकर पुलिस ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
कभी नहीं किया प्रोटोकाल का उल्लंघन
अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि प्रोटोकाल उल्लंघन की बात गलत है. अभी तक पार्टी दर्जनों ज्ञापन दे चुकी है, लेकिन हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया. कभी कोई परेशानी नहीं हुई.
भाजपा नेताओं का भ्रष्टाचार किया उजागर
अभिषेक द्विवेदी ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी ने 27 अगस्त को ज्ञापन देकर बीजेपी नेताओं के भ्रष्टाचार को उजागर किया था. इसी के चलते बीजेपी नेताओं की शह पर आप नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है.
एनसीईआरटी की किताबों में धांधली
आम आदमी पार्टी के नेताओं का आरोप है कि देश-प्रदेश में बीजेपी की सरकार चल रही है. बीजेपी नेता संजीव गुप्ता व सचिन गुप्ता ने एनसीईआरटी की पुस्तकों का अवैध रूप से प्रकाशन किया था. आरोप लगाया कि उस कंपनी के पार्टनर के रूप में कैंट विधानसभा के विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल और उनके भतीजे की संलिप्तता उजागर हुई थी. कहा कि इसी के चलते आप नेताओं ने 27 अगस्त को प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा था और कार्रवाई की मांग की थी. अब पुलिस ने भ्रष्टाचारियों की बजाए, उल्टा उन्ही के खिलाफ कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया.
दबाव में काम कर रही पुलिस
उन्होंने कहा कि आप नेताओं ने शांतिपूर्ण तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रदर्शन किया था. बीजेपी का भ्रष्टाचार उजागर किए जाने से बौखलाए बीजेपी नेताओं ने मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस और प्रशासन भ्रष्टाचारियों के दबाव में काम कर रहे हैं. उन्होंने एसएसपी और डीएम को ज्ञापन देकर सभी फर्जी मुकदमे वापस लेने के साथ संबंधित सब इंस्पेक्टर मोहम्मद अबरार को निलंबित करने की मांग की है.