मऊ: देश के विभिन्न हिस्सों में रविवार को हरियाली तीज मनाई जा रही है. इस अवसर पर विवाहित महिलाएं सोलह श्रृंगार कर पति की लंबी आयु की कामना करती हैं. साथ ही पेड़ों पर झूले झूलने की भी परम्परा है. मान्यता है कि माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शंकर ने उन्हें दर्शन देकर उनसे विवाह करने का वरदान दिया था.
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को श्रावणी या हरियाली तीज मनाई जाती है. महिलाएं इस दिन लोकगीत, कजरी गाती हैं और हरे पेड़ों की शाखाओं पर झूले लगाकर झूलती हैं. जनपद मऊ में भारत विकास परिषद की तरफ से सांस्कृतिक सप्ताह मनाया जा रहा है जिसके अन्तर्गत रविवार को 'तीज महोत्सव' मनाया. इस दौरान हरी साड़ियां पहनी महिलाओं ने श्रृंगार करके नृत्य-संगीत प्रतियोगिता आयोजित कर उत्सव मनाया. प्रतियोगिता में रिचा सिंह को तीज क्वीन चुना गया.
भारत विकास परिषद द्वारा सांस्कृतिक सप्ताह मनाया जा रहा है. हमारे यहां 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच 7 तरह के कार्यक्रम किये जाते हैं, जो भारतीय परम्परा और संस्कृति से जुड़े होते हैं. रविवार को इसी के तहत प्रतियोगिता आयोजित कर हरियाली तीज मनाई गई. जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और रिचा सिंह को तीज क्वीन चुना गया है. मूलरूप से हरियाली तीज राजस्थान में मनाई जाती है.
डॉ. अलका राय भाजपा नेता
महिलाओं ने हरी साड़ी और सोलह श्रृंगार में नृत्य कर उत्सव मनाया. यह उत्सव हमारी परम्परा और संस्कृति से जुड़ा हुआ है. आधुनिक महिलाएं सिन्दूर, बिन्दी, चूड़ी आदि से दूर होकर अपनी परंपराओं को भूलती जा रही हैं. इसलिए परम्परा को जीवित रखने के लिए हमलोगों ने एक साथ यह महोत्सव किया. सभी ने अपने पति के लंबी उम्र की कामना की. प्रतियोगिता में सोलो डांस, सोलो सॉन्ग, इन-आउट गेम आदि किये गए.
विनीता पांडेय, सहभागी महिला