मऊ: प्रदेश सरकार गांवों में 18 घंटे बिजली देने का दावा कर रही है. मगर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौली खत्म ही नहीं हो रही. सब स्टेशनों की कम क्षमता और विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से किसानों को बिजली की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है. जिले में बिजली विभाग पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए मोदी और योगी सरकार पर निशाना साधा है.
दरअसल, जिले के रैकवारेडीह गांव में बिजली विभाग की लापरवाही से सिर्फ दो घंटे ही बिजली आपूर्ति दी जा रही है, जिससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश है. इसी समस्या को लेकर ग्रामीणों ने बिजली विभाग के अधीक्षण अभियन्ता से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है.
दो घंटे बिजली आपूर्ति से नाराज ग्रामीण
- प्रदेश सरकार ने गांवों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए हैं.
- विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से गांवों में महज दो घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है.
- जिले के रैकवारेडीह गांव के ग्रामीणों ने बिजली की आपूर्ति न होने पर अधीक्षण अभियन्ता से शिकायत की है.
- बिजली विभाग पर ग्रामीणों का आरोप है कि महज दो घंटे ही बिजली की आपूर्ती की जा रही है.
- ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत करने पर जेई ने बिजली काटने की धमकी दी है.
- जेई ने गांव के लोगों को धमकाते हुए कहा है कि आप लोगों को बिजली नहीं दी जाएगी, हमारे पास बहुत उपभोक्ता हैं.
- जेई की तानाशाही से नाराज ग्रामीणों ने अधीक्षण अभियन्ता से मुलाकात की और एक ज्ञापन भी सौंपा.
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सरकार के अनरूप ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति दी जाए, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही से ग्रामीण क्षेत्रों में तय मानक से कम बिजली आपूर्ति की जा रही है, जिससे सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है.
ग्रामीणों की बात को सुना गया है. मैने अपने एसडीओ और टेस्ट टीम को निर्देशित किया है. वहां जो भी समस्या होगी उसको जल्द ही दूर किया जाएगा.
-एस के सरोज, अधीक्षण अभियन्ता