मऊ : जनपद के क्राइम ब्रांच व साइबर सेल ने अंगूठे का क्लोन बनाने वाले 5 आरोपियों को दोहरीघाट थाना क्षेत्र के आवरवा चेक पोस्ट के पास से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी विभिन्न बैंकों के खाते धारकों के खाते से अवैध रूप से आधार कार्ड के माध्यम से जन सेवा केंद्र से पैसे निकालते थे. एक आवेदक के खाते से 950000 रुपये निकलने के बाद क्राइम ब्रांच व साइबर सेल घटना का अनावरण करने में जुट गई.
चेक पोस्ट पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
29 जून को मुखबिर की सूचना पर जीयनपुर दोहरीघाट मार्ग पर चेक पोस्ट के पास एक कार से पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उनके पास से तीन लैपटॉप, दो लग्जरी कार, अंगूठा निशान के क्लोन बनाने की मशीन के अलावा कई बैंक कर्मचारी की भी थम्ब के निशान निगेटिव पेपर पर मौजूद थे, साथ ही बैंक अधिकारियों के मोहर मिली है.
अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि एक शिकायत मिली थी, जिनके खाते से 950000 रुपये निकाला गया था. जन सेवा केंद्र के संचालकों की मिलीभगत से अंगूठे का क्लोन तैयार कर आधार कार्ड बनवा कर पैसा ट्रांसफर कर दिया जाता था. साइबर अपराध में इस तरह का जनपद में यह पहला अपराध पकड़ में आया है. इनके पास से फिंगरप्रिंट बनाने वाली मशीन, कई बैंकों के डिजिटल सिग्नेचर जोकि निगेटिव पेपर पर था, बरामद हुआ है. इस गिरोह की और जांच पड़ताल की जा रही है. इसमें सम्मिलित 3 आरोपी जन सेवा केंद्र के संचालक हैं, साथ ही दो आरोपी फिंगर प्रिंट बनाने वाले गिरोह के मुखिया हैं. खुलासा करने वाली पूरी टीम को पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने 25000 रुपये का इनाम दिया है.
साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए मऊ पुलिस की पहली बड़ी कामयाबी है.