मऊ: न्यूमोकोकल कंज्यूगेट वैक्सीन (पीसीवी) के साथ ही बच्चों को कई रोगों से बचाने के लिए ‘विटामिन ए संपूरण’ कार्यक्रम के लिए आयोजित होने वाले बाल स्वास्थ्य पोषण माह की शुरुआत की गयी. इसका शुभारंभ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के निर्देशन में किया गया. इस कार्यक्रम को कुशवाहा भवन में आयोजित किया गया.
कई बीमारियों को खत्म करेगा यह टीका
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चन्द्र सिंह ने बताया कि निमोनिया से बचाव के लिए पीसीवी की शुरुआत प्रदेश के 56 जनपदों में एक साथ की जा रही है. यह टीका निमोनिया के साथ-साथ मेनेन्जाइटिस व सेप्टिसीमिया से भी बचाव करेगा. इसके साथ ही राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में पीसीवी को शामिल किया जाएगा. इस टीकाकरण के लिये जिले में 5,665 बच्चों का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही उन्होने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के तहत बच्चों को कई तरह की बीमारियों से बचाने के लिए विटामिन 'ए' की खुराक पिलाने का कार्यक्रम भी शुरू किया जा रहा है, जो ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस सत्रों में आने वाले नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को निःशुल्क पिलाई जाएगी. कोविड-19 के प्रोटोकॉल व बचाव के नियमों को ध्यान में रखते हुये दोनों कार्यक्रमों की गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा.
इस तरह होगा टीकाकरण
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. आरके झा ने बताया कि टीकाकरण बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. जानलेवा बीमारियों के होने से पहले ही उनकी रोकथाम के लिए टीके लगाए जाते हैं. बच्चों के पैदा होने के तुरंत बाद से ही उन्हें विभिन्न प्रकार के टीके लगाए जातें हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य की रक्षा भविष्य में होने वाली बीमारियों से हो जाती है. निमोनिया का टीका जन्म से छठे सप्ताह तक पहला टीका, दूसरा 14वें सप्ताह और तीसरा बूस्टर डोज नौ माह पर दिया जाएगा.