मऊ: जिले में बीती मंगलवार की रात पुलिस और बदमाशों की बीच मुठभेड़ हो गई. इसमें पुलिस ने 1 लाख के इनामी बदमाश लालू यादव को मार गिराया. उसके ऊपर संगीन धाराओं में कई मुकदमे दर्ज थे. यह मुठभेड़ सराय लखंसी क्षेत्र के भैरोपुर गांव में हुई. जिले में 29 अप्रैल को होने वाले त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव को प्रभावित करने की साजिश में भी लालू यादव का नाम सामने आया था. पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने बताया कि लालू यादव के ऊपर लगभग 80 से 85 मुकदमे दर्ज हैं. वह 1 लाख का इनामी बदमाश था. उसने पुलिस टीम पर पहले फायरिंग की थी. पुलिस पार्टी ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी, जिस वजह से बाल-बाल बच गए. पुलिस द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में लालू यादव को गोली लगी थी, जिससे उसकी मौत हो गई. इसमें किसी पुलिसकर्मी के हताहत होने की खबर नहीं है. हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर उसका एक साथी भाग निकला.
बदमाश लालू यादव जिले में हुई आरटीआई कार्यकर्ता राम गोविंद सिंह के हत्या का मुख्य आरोपी था. जौनपुर में सर्राफा व्यवसायी से 2 करोड़ रुपये की लूट में शामिल था. भदोही कैशबैक लूट कांड में भी वह मुख्य आरोपी था.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लालू यादव अपने घर चुनाव के मकसद से आ रहा था. इसी बीच स्वॉट टीम और से लखंसी प्रभारी को घटना की सूचना मिली. इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ने का जाल बिछाया. लालू यादव बड़े गैंग के संपर्क में भी रहता था. लालू यादव कम उम्र से ही अपराध की दुनिया में आ चुका था. लालू यादव फिरौती, हत्या, लूट, डकैती जैसी संगीन अपराधों में लिप्त था.
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