मऊ: प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन पर पलीता लगा रहे हैं. जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद भी गांवों में शौचालय नहीं बना पा रहे हैं. बजट पास होने के बावजूद भी प्रधान और ग्राम सचिव की भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जा रहा है. ऐसा ही मामला मऊ जिले के विकासखंड रानीपुर में देखने को मिला है.
जानिए पूरा मामला
मऊ जिले के विकासखंड रानीपुर स्थित चाल्हा विनोदपुर ग्राम सभा क्षेत्र निवासी राकेश सिंह शौचालय बनाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काट चुके हैं. लेकिन आज तक शौचालय नहीं बना. शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे राकेश सिंह ने बताया कि उनको ग्राम प्रधान द्वारा दो बार चेक दिया गया, जो फर्जी निकला. उन्होंने बताया कि दूसरी बार जब वह चेक लेकर बैंक पहुंचे तो बैंककर्मी ने प्रधान को बुलाने को कहा, लेकिन प्रधान ने बैंक जाने से मना कर दिया.
राकेश सिंह के मुताबिक, जब भी वे मामले को लेकर प्रधान के पास जाते हैं, तो वहां से अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें वापस कर दिया जाता है. राकेश सिंह ने बताया कि घर की महिलाएं शौच करने के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं, लेकिन शौचालय का जो पैसा है वह अभी तक नहीं मिला है. राकेश सिंह ने बताया कि मामले को लेकर उन्होंने जिले के अधिकारियों को ज्ञापन दिए हैं. अब देखना यह होगा कि कब उन्हें शौचालय बनाने के लिए पैसे मिलते हैं.