मऊ: जिले में सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. इसी का नतीजा है कि तमसा नदी की तलहटी में ग्रीनलैंड को अब कब्जा मुक्त किया जा रहा है. रविवार की देर रात सिटी मजिस्ट्रेट जेएन सचान के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने तीन अवैध मकानों को ध्वस्त कर दिया. प्रशासन के इस कार्रवाई से भू-माफियाओं में खलबली मच गई है. हालात यह है कि लोग अपने घर खुद से तोड़ने में जुट गए हैं ताकि प्रशासन को हर्जाना न भरना पड़े.
तमसा के ग्रीनलैंड पर है अवैध कब्जा
तमसा नदी के तट पर नगरपालिका ने ग्रीनलैंड घोषित कर रखा है. प्रतिवर्ष लाखों की लागत से यहां पौधे भी लगाए जाते हैं पर सच्चाई यह भी है कि ग्रीनलैंड की अधिकतर जमीन पर भू-माफियाओं का कब्जा है. नदी की तलहटी में बड़े-बड़े पक्के मकान बन गए हैं. अब ग्रीनलैंड में बने मकानों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है. रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट जेएन सचान कोतवाली, दक्षिणटोला पुलिस के साथ पहुंचे और देखते ही देखते बुलडोजर गरजने लगा.
सरकारी भूमि पर बने दो बड़े पक्के मकानों को ताश के पत्तों की भांति जमीदोंज कर दिया गया. सरकारी भूमि पर बना अवैध मकान भर-भराकर गिर पड़ा. सुबह से शुरू हुई कार्रवाई देर रात तक चलती रही. इस दौरान दो बड़े मकानों सहित कई छोटे मकान को जमींदोज किया गया. इस दौरान प्रशासन ने कड़ा तेवर अपनाते हुए और लोगों को कड़ी हिदायत दी कि जो लोग ग्रीनलैंड की जमीन पर अवैध कब्जा किए हैं, वे खुद ही अपना मकान तोड़कर हटा लें. अन्यथा प्रशासन खुद उसे तोड़ देगा.