ETV Bharat / state

मऊ: घोसी विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी भर रहे जीत का दम

उत्तर प्रदेश के घोषी विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं. ये देखना बाकी है कि अगामी 24 अक्टूबर को जनता किसकी किस्मत चमकाती है.

उपचुनाव में प्रत्याशी कर रहे जीत का दावा.
author img

By

Published : Oct 13, 2019, 11:16 AM IST

मऊ: घोसी उपचुनाव के रण में 11 प्रत्याशी मैदान में है. इनमें प्रमुख रूप से भाजपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी सपा समर्थित निर्दल प्रत्याशी हैं. ऐसे में चुनावी जंग को जीतने का दावा तो सभी कर रहे है. लेकिन जनता किसके सिर पर जीत का ताज पहनाएगी, इसका फैसला अगामी 24 अक्टूबर को होगा.

उपचुनाव में प्रत्याशी कर रहे जीत का दावा.


मैदान में हैं 11 प्रत्याशी
घोसी विधानसभा के विधायाक फागू चौहान को बिहार राज्य का राज्यपाल बनाया गया. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जंग हो रही है. इस बार 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. आपको बताते चलें कि 2017 के चुनाव में बीजेपी के फागू चौहान को जनता ने जीत का ताज पहनाया था.

इसे भी पढ़ें- उपचुनाव जीतने के लिए सभी दलों ने झोंकी ताकत

पिछले चुनावों पर एक नजर
इसके पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा के सुधाकर सिंह को जीत मिली थी. लेकिन इस बार सुधाकर निर्दल हो गए हैं. जिनका सपा जमकर समर्थन कर रही है. 2007 में बसपा से चुनाव लड़कर फागू चौहान विधानसभा पहुंचे थे. जबकि 2002 में फागू चौहान को भाजपा से ही जीत मिली थी. अब 2019 में उपचुनाव की प्रकिया चल रही है. इस चुनाव में सभी प्रत्याशी अपनी ही जीत का दम भर रहे हैं, लेकिन जनता किसके किस्मत को चमकाती है ये देखना अभी बाकी है.

इसे भी पढ़ें- रामपुर में कांटे की टक्कर, प्रत्याशियों के अपने-अपने दावे और वादे

भाजपा प्रत्याशी ने भरा जीत का दम
भाजपा प्रत्याशी विजय राजभर ने बताया कि हमारी लड़ाई बसपा के प्रत्याशी कय्यूम अंसारी से है. लेकिन मुझे पता है कि जिस तरह से 2017 के चुनाव में जनता ने बीजेपी का साथ दिया था, ठीक उसी तरह इस बार भी बीजेपी को ही जीत मिलेगी.

घोसी की जनता 'चाभी चुनाव चिन्ह' पर करेगी मतदान
सपा समर्थित प्रत्याशी सुधाकर सिहं ने बताया कि प्रदेश में चल रहे उपचुनाव में सपा की जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि हमारे पर्चे के साजिश के तहत खारिज कर दिया गया. जिस कारण हम चुनाव साइकिल के सिबंल से नही लड़ पा रहे हैं. लेकिन घोसी की जनता 'चाभी चुनाव चिन्ह' पर वोट देकर हमें जिताएगी.

बसपा के कय्यूम अंसारी ने बताया कि हमारी लड़ाई किसी से भी नहीं है. हम एक लाख से अधिक वोटों से चुनाव जीत रहे है. वहीं कांग्रेस के राजमंगल यादव का हौसला भी बुलंद है. राजमंगल ने सीधे तौर पर प्रशासन, चुनाव आयोग सहित बीजेपी पर आरोप लगाया है कि ये लोग के द्वारा मुझे परेशान किया जा रहा है. इसी कारण हमें जनता का समर्थन प्राप्त हो रहा है और जीत पक्की है.

मऊ: घोसी उपचुनाव के रण में 11 प्रत्याशी मैदान में है. इनमें प्रमुख रूप से भाजपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी सपा समर्थित निर्दल प्रत्याशी हैं. ऐसे में चुनावी जंग को जीतने का दावा तो सभी कर रहे है. लेकिन जनता किसके सिर पर जीत का ताज पहनाएगी, इसका फैसला अगामी 24 अक्टूबर को होगा.

उपचुनाव में प्रत्याशी कर रहे जीत का दावा.


मैदान में हैं 11 प्रत्याशी
घोसी विधानसभा के विधायाक फागू चौहान को बिहार राज्य का राज्यपाल बनाया गया. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जंग हो रही है. इस बार 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. आपको बताते चलें कि 2017 के चुनाव में बीजेपी के फागू चौहान को जनता ने जीत का ताज पहनाया था.

इसे भी पढ़ें- उपचुनाव जीतने के लिए सभी दलों ने झोंकी ताकत

पिछले चुनावों पर एक नजर
इसके पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा के सुधाकर सिंह को जीत मिली थी. लेकिन इस बार सुधाकर निर्दल हो गए हैं. जिनका सपा जमकर समर्थन कर रही है. 2007 में बसपा से चुनाव लड़कर फागू चौहान विधानसभा पहुंचे थे. जबकि 2002 में फागू चौहान को भाजपा से ही जीत मिली थी. अब 2019 में उपचुनाव की प्रकिया चल रही है. इस चुनाव में सभी प्रत्याशी अपनी ही जीत का दम भर रहे हैं, लेकिन जनता किसके किस्मत को चमकाती है ये देखना अभी बाकी है.

इसे भी पढ़ें- रामपुर में कांटे की टक्कर, प्रत्याशियों के अपने-अपने दावे और वादे

भाजपा प्रत्याशी ने भरा जीत का दम
भाजपा प्रत्याशी विजय राजभर ने बताया कि हमारी लड़ाई बसपा के प्रत्याशी कय्यूम अंसारी से है. लेकिन मुझे पता है कि जिस तरह से 2017 के चुनाव में जनता ने बीजेपी का साथ दिया था, ठीक उसी तरह इस बार भी बीजेपी को ही जीत मिलेगी.

घोसी की जनता 'चाभी चुनाव चिन्ह' पर करेगी मतदान
सपा समर्थित प्रत्याशी सुधाकर सिहं ने बताया कि प्रदेश में चल रहे उपचुनाव में सपा की जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि हमारे पर्चे के साजिश के तहत खारिज कर दिया गया. जिस कारण हम चुनाव साइकिल के सिबंल से नही लड़ पा रहे हैं. लेकिन घोसी की जनता 'चाभी चुनाव चिन्ह' पर वोट देकर हमें जिताएगी.

बसपा के कय्यूम अंसारी ने बताया कि हमारी लड़ाई किसी से भी नहीं है. हम एक लाख से अधिक वोटों से चुनाव जीत रहे है. वहीं कांग्रेस के राजमंगल यादव का हौसला भी बुलंद है. राजमंगल ने सीधे तौर पर प्रशासन, चुनाव आयोग सहित बीजेपी पर आरोप लगाया है कि ये लोग के द्वारा मुझे परेशान किया जा रहा है. इसी कारण हमें जनता का समर्थन प्राप्त हो रहा है और जीत पक्की है.

Intro:मऊ - जिले के घोसी उपचुनाव के रण में 11 प्रत्याशी मैदान में है। जिनमें प्रमुख रुप से भाजपा, सपा समर्थित निर्दल प्रत्याशी, बसपा और काग्रेस पार्टी कर रही है। चुनाव जंग को जीतने का दावा तो सभी कर रहे है। लेकिन आखिर जनता किसके सिर पर जीत का ताज पहनायेगी ये अगामी 21 अक्टूबर को मतपेटियाओं में बंद हो जायेगा और 24 अक्टूबर को जनता द्वारा ही इसका फैसला किया जायेगा।
Body:घोसी विधानसभा के विधायाक फागू चौहान को बिहार राज्य का राज्यपाल बनाया गया। जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जंग हो रही है। जंग में प्रमुख दलों के साथ ही 11 प्रत्याशी अपनी जीत पक्का कराने में जुटे हुए है। 2017 के चुनाव में बीजेपी के फागू चौहान को जनता ने जीत का ताज पहनाया था। इसके पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा के सुधाकर सिहं को जीत मिली थी। लेकिन इस बार सुधाकर निर्दल हो गये है। जिनका सपा जमकर समर्थन कर रही है। वही 2007 में बसपा से चुनाव लङ कर फागू चौहान विधानसभा पहुचे थे। जबकि 2002 में फागू चौहान को भाजपा से ही जीत मिली थी। अब 2019 में उपचुनाव की प्रकिया चल रही है। इस चुनाव में सभी प्रत्याशी अपनी ही जीत को पक्की बता रहे है। लेकिन जनता किसके किस्मत को चमकाती है, ये तो आने वाला वक्त बतायेगा। फिलहाल भाजपा के प्रत्याशी विजय राजभर ने बताया कि उनकी लङाई किसी से नही है। जिस तरह से 2017 के चुनाव में जनता ने बीजेपी का साथ दिया था, ठीक उसी तरह इस बार भी बीजेपी को ही जीत मिलेगी और हमारी लङाई बसपा के प्रत्याशी कय्यूम अंसारी से है।Conclusion:वही सपा समर्थित प्रत्याशी सुधाकर सिहं ने बताया कि प्रदेश में चल रहे उपचुनाव में अगर सपा की जीत पक्की है, तो घोसी की सीट पक्की है। हमारे पर्चे के साजिश के तहत खारिज कर दिया गया। जिस कारण हम चुनाव साइकिल के सिबंल से नही लङ पा रहे है। लेकिन घोसी की जनता को हमारे चाभी चुनाव चिन्ह पर भरोसा कर वोट दे कर जिताने का फैसला किया है। वही बसपा के कय्यूम अंसारी ने बताया कि हमारी लङाई किसी से भी नही है। चुनाव हम एक लाख से अधिक वोटो से जीत रहे है। काग्रेस के राजमंगल यादव का हौसला भी बुलंद है। राजमंगल ने सीधे तौर पर प्रशासन, चुनाव आयोग सहित बीजेपी के सत्ता पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा ही उन्हे परेशान किया जा रहा है। इसी कारण जनता का समर्थन प्राप्त हो रहा है और जीत पक्की है।

वाइट-1- विजय राजभर (बीजेपी प्रत्याशी)
वाइट-2- सुधाकर सिहं (सपा समर्थित)
वाइट-3- कय्यूम अंसारी (बसपा प्रत्याशी)
वाइट-4- राजमंगल यादव (काग्रेस प्रत्याशी)

वेद मिश्रा, मऊ
9415219385
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.