ETV Bharat / state

निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से नो एडमिशन का बोर्ड - ऑक्सीजन की कमी

मऊ शहर भी ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है. निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के वजह से बंद कर दिए जा रहे हैं या तो बाहर बोर्ड लग जा रहा है 'नो एडमिशन' का.

मऊ सरकारी अस्पताल.
मऊ सरकारी अस्पताल.
author img

By

Published : Apr 25, 2021, 2:50 AM IST

मऊः नगर क्षेत्र में एकमात्र प्लांट से जनपद में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से ऑक्सीजन खपत 2 से 3 गुनी बढ़ गई है. ऐसे में जनपद के तीन या चार ऑक्सीजन सप्लायरों ने अपनी दुकानों में ताला बंद कर दिया है. स्थानीय प्लांट प्रतिदिन 3600 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करता है.

मऊ सरकारी अस्पताल.
मऊ सरकारी अस्पताल.

प्लांट के संचालक संजीव सिंह ने बताया हमारे प्लांट से अभी जो भी उत्पादन हो रहा है. उसे जिला प्रशासन ने राजकीय मेडिकल कॉलेज आजमगढ़, कोविड अस्पताल, सरकारी एंबुलेंस एवं सरकारी संस्थानों को पहले आपूर्ति की जा रही है. प्लांट की क्षमता के अनुसार निरंतर उत्पादन हो रहा है. कुछ निजी अस्पताल को भी मांग के अनुसार कम दिया जा रहा है. ऐसे में स्थानीय विक्रेताओं को मेरा प्लांट उत्पादन करने में अक्षम है.

मऊ सरकारी अस्पताल.
निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से नो एडमिशन का बोर्ड

आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर पी एल गुप्ता ने बताया कि हम निजी अस्पताल के संचालकों को भी सीरियस मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करेंगे. साथ ही प्रशासन को सुझाव दिया की ऑक्सीजन के दूसरे अल्टरनेटिव जैसे कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर या बाई पथ के सहारे दिए जाए. ताकि ऑक्सीजन कुछ बचा सकें. जनपद में तीन-चार एजेंसी थी जो सप्लाई करती थी. दूसरे जगहों से लाती थी, लेकिन वर्तमान समय में वह लोग सप्लाई नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में हम लोगों को अस्पताल चलाने में थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

मऊ सरकारी अस्पताल.
मऊ सरकारी अस्पताल.

इसे भी पढ़ें- सुनामी है कोरोना की दूसरी लहर : दिल्ली हाईकोर्ट

आईएमए के सचिव डॉ. साहनी ने बताया नगर क्षेत्र में लगभग 35 नर्सिंग होम हैं और लगभग डेढ़ सौ डॉक्टर प्रैक्टिस करते हैं. बहुत लिमिटेड स्टॉक दी जा रही है. सिलेंडर की कमी की वजह से बहुत से छोटे नर्सिंग होम बंद कर दिए गए हैं. इस संबंध में हमने जिलाधिकारी को एक एप्लीकेशन दिया हुआ था. लिमिटेड ऑक्सीजन मिलने की वजह से आईसीयू और एनआईसीयू चलाना बहुत ही खतरे जैसी स्थिति हो जा रही है.

घोसी से भाजपा विधायक विजय राजभर ने बताया इस समस्या को लेकर आज शाम को जिलाधिकारी, सीएमओ और प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों से बैठक आयोजित की गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस आपदा से निपटने के लिए और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए एक-दो दिन में स्थिति नियंत्रण में कर लिया जाएगा.

मऊः नगर क्षेत्र में एकमात्र प्लांट से जनपद में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से ऑक्सीजन खपत 2 से 3 गुनी बढ़ गई है. ऐसे में जनपद के तीन या चार ऑक्सीजन सप्लायरों ने अपनी दुकानों में ताला बंद कर दिया है. स्थानीय प्लांट प्रतिदिन 3600 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करता है.

मऊ सरकारी अस्पताल.
मऊ सरकारी अस्पताल.

प्लांट के संचालक संजीव सिंह ने बताया हमारे प्लांट से अभी जो भी उत्पादन हो रहा है. उसे जिला प्रशासन ने राजकीय मेडिकल कॉलेज आजमगढ़, कोविड अस्पताल, सरकारी एंबुलेंस एवं सरकारी संस्थानों को पहले आपूर्ति की जा रही है. प्लांट की क्षमता के अनुसार निरंतर उत्पादन हो रहा है. कुछ निजी अस्पताल को भी मांग के अनुसार कम दिया जा रहा है. ऐसे में स्थानीय विक्रेताओं को मेरा प्लांट उत्पादन करने में अक्षम है.

मऊ सरकारी अस्पताल.
निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से नो एडमिशन का बोर्ड

आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर पी एल गुप्ता ने बताया कि हम निजी अस्पताल के संचालकों को भी सीरियस मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करेंगे. साथ ही प्रशासन को सुझाव दिया की ऑक्सीजन के दूसरे अल्टरनेटिव जैसे कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर या बाई पथ के सहारे दिए जाए. ताकि ऑक्सीजन कुछ बचा सकें. जनपद में तीन-चार एजेंसी थी जो सप्लाई करती थी. दूसरे जगहों से लाती थी, लेकिन वर्तमान समय में वह लोग सप्लाई नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में हम लोगों को अस्पताल चलाने में थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

मऊ सरकारी अस्पताल.
मऊ सरकारी अस्पताल.

इसे भी पढ़ें- सुनामी है कोरोना की दूसरी लहर : दिल्ली हाईकोर्ट

आईएमए के सचिव डॉ. साहनी ने बताया नगर क्षेत्र में लगभग 35 नर्सिंग होम हैं और लगभग डेढ़ सौ डॉक्टर प्रैक्टिस करते हैं. बहुत लिमिटेड स्टॉक दी जा रही है. सिलेंडर की कमी की वजह से बहुत से छोटे नर्सिंग होम बंद कर दिए गए हैं. इस संबंध में हमने जिलाधिकारी को एक एप्लीकेशन दिया हुआ था. लिमिटेड ऑक्सीजन मिलने की वजह से आईसीयू और एनआईसीयू चलाना बहुत ही खतरे जैसी स्थिति हो जा रही है.

घोसी से भाजपा विधायक विजय राजभर ने बताया इस समस्या को लेकर आज शाम को जिलाधिकारी, सीएमओ और प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों से बैठक आयोजित की गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस आपदा से निपटने के लिए और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए एक-दो दिन में स्थिति नियंत्रण में कर लिया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.