मऊ: राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण यानी की एनजीटी का सख्त आदेश है कि खुले में सड़क के किनारे कूड़ा न जलाया जाए लेकिन यूपी के मऊ में इन आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. नगर पालिका के वाहनों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़क के किनारे कचरा गिराकर आग के हवाले कर दिया जाता है. आग से निकलने वाला धुआं सड़कों पर फैल रहा है. इससे दिन में ही धुएं के कारण सड़कों पर जीरो विजिबिलिटी की समस्या बन रही है.
हो सकता है बड़ा बादसा
- गाजीपुर से होते हुए गोरखपुर को जाने वाले एनएच-29 पर मऊ कलेक्ट्रेट मोड़ के पास कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
- यहां सड़क किनारे खुलेआम कूड़े में आग लगा दी जाती है, जिससे उठने वाला तेज धुआं हवा के कारण सड़कों पर फैल जाता है.
- बड़े ट्रकों व बसों से लेकर इस सड़क पर हर प्रकार की गाड़ियों की आवाजाही होती है.
- वहीं धुएं के कारण सड़क पर दिन में ही पूरी तरह जीरो विजिबिलिटी हो जाती है, जो दुर्घटना का कारण बन सकता है.
- कलेक्ट्रेट मोड़ और एसपी ऑफिस मोड़ के बीच स्थित पुलिया के पास जैसे ही कोई वाहन पहुंचता है, वह धुएं के आगोश में समाकर गायब हो जाता है.
- इस स्थिति में सामने से आ रही गाड़ी नहीं दिखाई देती.
- ऐसे में यदि इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी दुर्घटना हो सकती है.
गौरतलब है कि दिन में कई बार जिले के डीएम, एसपी और तमाम विभागों के अधिकारियों के वाहन इस रूट से होकर गुजरते हैं. बावजूद इसके किसी ने इसपर रोक लगाने की जहमत नहीं उठाई. ऐसे में आम जनता भी जिले की नगर पालिका व प्रशासनिक आधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये से चिंतित है.
ईटीवी भारत ने सड़क से गुजर रहे कुछ लोगों से बात की तो जयराम यादव ने बताया कि उनको यहां से गुजरते समय गाड़ी धीमी करके आंख बंद करनी पड़ती क्योंकि धुएं का घनत्व बहुत ज्यादा है. वहीं अफजल अहमद ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से यहां लगातार धुआं उठ रहा है. नगर पालिका की लापरवाही से लोगों को समस्या हो रही है.