मऊ: लॉकडाउन के चलते रोजगार छिन जाने से जिले में विभिन्न प्रदेशों से मजदूर घर आ रहे हैं. इससे जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरा बढ़ता जा रहा है. बाहर से आए लोग थर्मल स्क्रीनिंग के बाद होम क्वारन्टाइन में रह रहे हैं. वहीं जो व्यक्ति संदिग्ध पाए जा रहे हैं, उन्हें प्रशासन ने संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में रखा है. जिले में अभी तक 30 हजार प्रवासी कामगार होम क्वारंटाइन हैं.
जिले में प्रवासी मजदूरों का आवागमन तेजी के साथ बढ़ रहा है. प्रतिदिन श्रमिक ट्रेनें आ रही हैं. वहीं बस, ट्रक, पैदल और साइकिल के माध्यम से मजदूर घर पहुंच रहे हैं. मऊ जिले में अभी तक 35 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें आ चुकीं हैं, जिसमें जनपद सहित दूसरे जिलों और बिहार झारखंड के कामगार आए हैं.
इन ट्रेनों से जिले में 8 हजार कामगार आए हैं. वहीं विभिन्न माध्यमों से 30 हजार के लगभग प्रवासी मजदूर आ चुके हैं. इन प्रवासी कामगारों पर प्रशासन की टीम लगातार नजर बनाए हुए है. वहीं जो मजदूर आ रहें हैं, उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करके 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया जा रहा है.
वहीं जिनका स्वास्थ्य सही नहीं रहता है, उन्हें तहसील पर बने संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. जहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम रूटीन चेकअप करती है. बता दें कि जिले में अभी तक 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इनमें से एक व्यक्ति स्वस्थ्य होकर घर आ गया है, बाकी 12 का इलाज चल रहा है.