मथुराः जिले में एक महिला को घर से निकाले जाने के बाद महिला के परिजनों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई. पीड़ित महिला के पिता अधिवक्ता हैं. वह अपने साथी अधिवक्ताओं के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने बताया कि दहेज की मांग को लेकर शादी के कुछ समय बाद ही उनकी पुत्री को पति और ससुरालियों ने घर से बाहर निकाल दिया. वहीं ससुराल पक्ष ने आरोपों से इनकार किया है.
दोनों पक्षों ने दी जानकारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने पहुंचे दोनों पक्षों ने एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाए. विवाहिता के पिता अधिवक्ता हरि सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री रजनी सिंह की शादी 28 नवंबर 2017 को दान दहेज देकर हाइवे थाना क्षेत्र के चंदनवन के रहने वाले विनोद कुमार से की थी. शादी के कुछ समय बाद ही सरकारी नौकरी की धमक दिखाते हुए विनोद कुमार ने अधिक दहेज की मांग शुरू कर दी. कुछ दिन बाद ही रजनी को घर से बाहर निकाल दिया. पुलिस में शिकायत करने के बाद और न्यायालय में वाद दायर करने के बाद बमुश्किल दोबारा से रजनी को ससुराल भेजा गया. लेकिन उसके कुछ समय बाद ही रजनी के पति विनोद कुमार ने मारपीट कर दोबारा से रजनी को घर से बाहर निकाल दिया.
ससुराल पक्ष ने कहा, लड़कर खुद गई बहू
वहीं विवाहिता की सास पूरन देवी ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद ही विवाहिता रजनी सिंह ने छोटी-छोटी बातों को लेकर ससुराल में क्लेश करना शुरू कर दिया. वह आए दिन रूठ कर अपने मायके जाने लगी. इसके चलते पति-पत्नी के बीच आए दिन विवाद होने लगा. शादी के कुछ महीनों बाद ही रजनी अपने मायके चली गई और दोबारा वापस नहीं लौटी. इसके कुछ सालों बाद लौटी उसके बाद फिर दोबारा से ससुराल में लड़ाई झगड़ा कर वापस अपने मायके चली गई.
कार्रवाई का आश्वासन
दोनों पक्षों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में विवाद हो गया. इस पर दोनों पक्षों की बातें सुनकर उन्हें शांत कराया गया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जांच कराकर दोनों पक्षों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.