मथुरा: धर्म नगरी वृंदावन में 16 फरवरी से वैष्णव कुंभ मेला (vashnav kumbh mela) शुरू होने जा रहा है. इस मेले को भव्य और दिव्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निर्देश दे चुके हैं. इसके बाद भी जिला प्रशासन मेले की तैयारियों को लेकर लापरवाही बरत रहा है. यही कारण है कि वैष्णव सम्प्रदाय के तीनों अनी अखाड़ों के श्रीमहंत और संत मेले की तैयारियों से संतुष्ट नहीं हैं. यह हाल तब है, जबकि मेला शुरू होने में केवल 5 दिन ही बचे हैं.
पूरे देश में करते हैं कुंभ
महंत गौरी शंकर दास ने बताया कि यहां की वर्तमान व्यवस्था एकदम खराब है. व्यवस्था बहुत ही निम्न स्तर की है. ऐसा कह सकते हैं कि मेले में किसी प्रकार की व्यवस्था ही नहीं है. इसलिए वैष्णव संप्रदाय बहुत ही दुखी है. हम लोग पूरे देश में कुंभ (vashnav kumbh mela) करते हैं, लेकिन कहीं भी इतनी खराब व्यवस्था देखने को नहीं मिलती है.
केवल पुलिस विभाग है चाक-चौबंद
महंत गौरी शंकर दास ने बताया कि मेला क्षेत्र में न बिजली की व्यवस्था है और न ही पानी की व्यवस्था है. प्रशासन ने शौचालय तक का इंतजाम नहीं किया है. मेला क्षेत्र में केवल पुलिस विभाग ही चाक-चौबंद है. उसके अलावा प्रशासन का कोई भी अधिकारी हम लोगों के संपर्क में नहीं है.
मेले की तैयारियों को लेकर साधु-संतों में नाराजगी
वृंदावन में आयोजित होने वाले कुंभ मेले (vashnav kumbh mela) को लेकर शासन-प्रशासन की से तैयारियों से साधु-संत असंतुष्ट हैं. बुधवार को कुम्भ मेला क्षेत्र में पत्रकारों से बात करते हुए अनी अखाड़ों के सन्तों ने कहा कि वर्तमान में कुम्भ मेले की व्यवस्थाएं निम्न स्तर की हैं.
... तो कुम्भ छोड़कर जाएंगे साधु-संत
उन्होंने कहा कि भव्य और दिव्य की बात कही गई थी. ऐसी व्यवस्था केवल प्रशासन के टेंट आदि में ही हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि टेंडर के नाम पर घोटाला किया जा रहा है. उनका कहना है कि 16 फरवरी को ध्वजारोहण तक व्यवस्थाएं सही नहीं हुईं, तो वे कुम्भ छोड़कर चले जाएंगे.