मथुरा: जनपद के गोवर्धन विकास खंड के अंतर्गत आने वाले गांव नगला माढ के रहने वाले पिंटू का परिवार जल आपदा से प्रभावित है. इसके चलते अब खुले में रात गुजारने को मजबूर है. इस परिवार के कच्चे मकान में लगभग घुटने तक पानी भरा हुआ है. परिवार का राशन, बर्तन, चूल्हा, बिस्तर, कपड़ा आदि सब कुछ पानी में बह गया. 3 दिन से पूरा परिवार भूखा है. जब तक बस चला तब तक परिवार ने गांव के लोगों से खाना मांगकर खा लिया. लेकिन अब ग्रामीण भी खाना देने से कतरा रहे हैं. पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
क्या है पूरा मामला
बरसात के दिनों में अक्सर यह परिवार महीनों से ज्यादा इसी तरह की परिस्थितियों से जूझता है. कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी कोई मदद नहीं मिली. न ही कोई जनप्रतिनिधि या समाज सेवक परिवार की मदद के लिए पहुंचा. बता दें कि पिंटू जो मूल रूप से सफाई कर्मी है, ने बताया कि बरसात के दिनों में अक्सर उसके मकान के आस पास पानी भर जाता है. इसके कारण यहां रहना दूभर हो जाता है.
यह भी पढ़ें : Brothers Drowned in Yamuna: भैंस चराने गए दो सगे भाई यमुना में डूबे, एक को बचाया, दूसरे की तलाश जारी
अन्य कोई और स्थान नहीं है जहां वह रहकर अपना गुजर-बसर कर सकें. बरसात के कारण मकान के आस पार भरे पानी के चलते उसके कच्चे मकान में घुटने तक पानी भर गया. इसके चलते खाने पीने का सब सामान या तो खराब हो गया या पानी में बह गया. इसके चलते उनका परिवार 3 दिन से भूखा है. घर में अन्न का एक दाना नहीं. सब से मदद की गुहार लगाई लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की.
ग्रामीण बच्चू सिंह ने बताया कि यह परिवार काफी समय से काफी समस्याओं से गुजर रहा है. बरसात के दिनों में जहां यह परिवार रहता है, वहां लबालब पानी भर जाता है. इस बार भी बरसात में इनका पूरा राशन इसी जलभराव के चलते खराब हो गया या बह गया. पीड़ित परिवार सभी से मदद की गुहार लगा रहा है लेकिन कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा. कहा कि उनसे जितना बन सकता था, उन्होंने मदद की लेकिन अब ग्रामीण भी इस परिवार की मदद करने से कतरा रहे हैं. प्रशासन से मांग की कि वह आगे आकर पीड़ित परिवार की मदद करें.