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मथुरा: जिला अस्पताल में बंदरों से दहशत के साए में हैं मरीज - Mathura samachar

उत्तर प्रदेश के मथुरा के जिला अस्पताल में बंदरों की दहशत के चलते सैकड़ों की संख्या में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हमने इसके संबंध में नगर निगम को कई बार अवगत कराया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

बंदरों से दहशत के साए में हैं मरीज.
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Published : Aug 4, 2019, 3:12 PM IST

मथुरा: जिला अस्पताल में बंदर आतंक का पर्याय बने हुए हैं. बंदरों की दहशत के चलते सैकड़ों की संख्या में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बंदर कभी मरीजों को काटकर चोटिल कर देते हैं, तो कभी उनका सामान उठाकर भाग जाते हैं. वहीं जब मरीज इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से करते हैं, तो प्रशासन नगर निगम का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है.

बंदरों से दहशत के साए में हैं मरीज.

क्या है पूरा मामला

  • जिला अस्पताल में बंदर कभी वार्डों में घुसकर मरीजों का सामान उठाकर भाग जाते हैं, तो कभी मरीजों को काटकर घायल कर देते हैं.
  • रोज जिला अस्पताल में बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है.
  • मरीज डॉक्टरों के पास भी नहीं पहुंच पाते हैं कि बीच में ही बंदर मरीजों के ऊपर हमला कर उन्हें घायल देते हैं.
  • बंदरों द्वारा मरीजों पर हमला करना अब जिला अस्पताल में आम बात हो गई है.
  • मरीजों के अस्पताल प्रशासन से शिकायत करने पर प्रशासन नगर निगम का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है.
  • जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हमने इसके संबंध में नगर निगम को कई बार अवगत कराया है.
  • नगर निगम द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

मथुरा: जिला अस्पताल में बंदर आतंक का पर्याय बने हुए हैं. बंदरों की दहशत के चलते सैकड़ों की संख्या में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बंदर कभी मरीजों को काटकर चोटिल कर देते हैं, तो कभी उनका सामान उठाकर भाग जाते हैं. वहीं जब मरीज इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से करते हैं, तो प्रशासन नगर निगम का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है.

बंदरों से दहशत के साए में हैं मरीज.

क्या है पूरा मामला

  • जिला अस्पताल में बंदर कभी वार्डों में घुसकर मरीजों का सामान उठाकर भाग जाते हैं, तो कभी मरीजों को काटकर घायल कर देते हैं.
  • रोज जिला अस्पताल में बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है.
  • मरीज डॉक्टरों के पास भी नहीं पहुंच पाते हैं कि बीच में ही बंदर मरीजों के ऊपर हमला कर उन्हें घायल देते हैं.
  • बंदरों द्वारा मरीजों पर हमला करना अब जिला अस्पताल में आम बात हो गई है.
  • मरीजों के अस्पताल प्रशासन से शिकायत करने पर प्रशासन नगर निगम का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है.
  • जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हमने इसके संबंध में नगर निगम को कई बार अवगत कराया है.
  • नगर निगम द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
Intro:जिला अस्पताल मथुरा में बंदर आतंक का पर्याय बने हुए हैं .बंदरों की दहशत के चलते सैकड़ों की संख्या में पहुंचने वाले मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बंदर कभी मरीजों को काट कर चोटिल कर देते हैं तो कभी उनका खाना-पीना उठाकर तो कभी उनका कीमती सामान उठा कर भाग जाते हैं. जिसके चलते मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वहीं जब मरीज इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से करते हैं तो वह आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.


Body:इन दिनों जिला अस्पताल मथुरा में बंदर आतंक का पर्याय बने हुए हैं .बंदरों द्वारा कभी वर्डोँ में घुसकर मरीजों का सामान्य उठा कर भाग जाते हैं, तो कभी मरीजों को काट कर चोटिल कर देते हैं. जिसके चलते मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बंदर दिन पर दिन जिला अस्पताल मथुरा में बढ़ते ही जा रहे हैं पूरे जिला अस्पताल में चहु और बंदर फैले हुए हैं, जिसके कारण मरीज सही प्रकार से डॉक्टरों के पास भी नहीं पहुंच पाते बीच में ही बंदर मरीजों के ऊपर हमला कर उन्हें चोटिल कर देते हैं. बंदरों द्वारा मरीजों पर हमला करना अब जिला अस्पताल में आम बात हो चली है .इस संबंध में जब हमने जिला अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर से बात की तो उन्होंने बताया कि यहां बंदर भारी मात्रा में मौजूद हैं, जो मरीजों को नुकसान भी पहुंचा देते हैं इसका एक कारण यह भी है कि मरीजों द्वारा बचा कुचा खाना डाला जाता है .जिससे आकर्षित होकर बंदर जिला अस्पताल में बढ़ते ही जा रहे हैं.


Conclusion:जिला अस्पताल मथुरा में इन दोनों बंदर आतंक का पर्याय बने हुए हैं ,जिला अस्पताल में सैकड़ों की संख्या में पहुंचने वाले मरीजों को बंदर काट कर चोटिल कर देते हैं, तो कभी उनका कीमती सामान तो कभी उनका खाना पीना छीन कर भाग जाते हैं .वहीं जब मरीज इस संबंध में जिला अस्पताल मथुरा प्रशासन से शिकायत करते हैं तो प्रशासन द्वारा उन्हें आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है .जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हमने इसके संबंध में नगर निगम को कई बार अवगत करा दिया है, लेकिन नगर निगम द्वारा इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है.
बाइट -मरीज के परिजन पवन कुमार शर्मा
काउंटर बाइट -डॉक्टर राजेंद्र सिंह जिला अस्पताल मथुरा
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
mb-9897000608
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