मथुरा: जिले के गोवर्धन मुकुट मुखारविंद मंदिर को लेकर करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है. एसआईटी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 12 लोगों के खिलाफ लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया है. एसआईटी ने जांच पूरी करने के बाद अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी, जिसके बाद एफआईआर दर्ज करने के आदेश मिल गए. वहीं मंदिर रिसीवर रमाकांत गोस्वामी सहित 12 लोगों पर जिले के गोवर्धन थाने में पहले ही मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है.
गोवर्धन की परिक्रमा मार्ग में स्थित मुकुट मुखारविंद मंदिर की दान पेटिका से करोड़ों के घोटोले की गूंज अब लखनऊ तक पहुंचने लगी है. एसआईटी टीम ने अपनी जांच पूरी करने के बाद लखनऊ में मंदिर रिसीवर रमाकांत गोस्वामी सहित 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. दरअसल आरोप है कि मंदिर के रिसीवर रमाकांत गोस्वामी ने मंदिर में फूल बंगला सजवाने के नाम पर और जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में करोड़ों का गबन किया है.
क्या था मामला?
रमाकांत गोस्वामी जुलाई 2010 से मुकुट मुखारविंद और उसकी शाखा हर गोकुल मंदिर के रिसीवर हैं. मंदिर सेवायत राधारमण और प्रभु दयाल ने जुलाई 2019 में मंदिर में हुए घोटाले की सूचना तत्कालीन जिलाधिकारी और एसडीएम को दी थी. अक्टूबर 2019 में जांच एसआईटी से कराने के लिए शासन को पत्र जिलाधिकारी ने भेजा था. शासन द्वारा ऑडिट 2013-14 में कराया गया, जिसमें मंदिर की खरीद-फरोख्त और फूल बंगला सजवाने के नाम पर करोड़ों के घोटाले की बात सामने आई.
गोवर्धन के मुकुट मुखारविंद मंदिर में हुए करोड़ों की घोटाले की जांच एसआईटी टीम द्वारा की जा रही है, जिसमें तत्कालीन मुकुट मुखारविंद मंदिर के रिसीवर रमाकांत गोस्वामी मनु ऋषि, संतोष, राम कृष्ण, राधा किशन सहित 12 लोग नामजद हैं. वहीं इस पूरे मामले को लेकर जनपद में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.