मथुराः धर्म नगरी वृंदावन में द ब्रज फाउंडेशन के अध्यक्ष पत्रकार विनीत नारायण द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई बयानबाजी के विरोध में 10 जनवरी को श्रोत मुनि आश्रम में संतों ने बैठक की थी. तब संतों ने विनीत नारायण के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के साथ ही अनर्गल बयानबाजी भी की गई थी.
इसके बाद विनीत नारायण की ओर से नोटिस भिजवाए जाने के चलते अब संत इस मामले से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. खुद को निर्दोष साबित करने के लिए वे दूसरों पर आरोप मढ़ रहे हैं.
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सोमवार को विनीत नारायण मामले से कथा प्रवक्ता कार्ष्णि नागेंद्र महाराज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपना पल्ला झाड़ लिया. उनका कहना है कि श्रोत मुनि आश्रम में बैठक महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज के निर्देश पर आयोजित की गई थी.
वहीं, महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज ने भी अपने आश्रम पर प्रेस वार्ता आयोजित कर अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताए.
कहा कि उस बैठक में वे नागेंद्र महाराज के बुलावे पर गए थे. उनका विरोध केवल मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई बयानबाजी को लेकर था. उन्होंने यह भी बताया कि बैठक में सभी ने विनीत नारायण के खिलाफ बयानबाजी की थी.
यहां तक की विगत दिनों विश्व हिंदू परिषद के अंर्तराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को दिए गए ज्ञापन में वहां मौजूद संत व धर्माचार्यों की सहमति थी लेकिन अब ये सभी विनीत नारायण द्वारा की जा रही कार्यवाही से डरकर अपना-अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
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