मथुरा: शुक्रवार को जमुनापार थाना क्षेत्र के अंतर्गत लक्ष्मी नगर में औषधि विभाग की कार्रवाई से हड़कंप मच गया. औषधि विभाग की टीम ने पुलिस के सहयोग से एक मकान पर छापा मारकर अवैध दवाइयों के भंडारण को पकड़ा. यहां औषधि विभाग की टीम ने 12 बोरों में 10 लाख रुपये से अधिक कीमत की दवाइयों को सीज किया. तीन दवाइयों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजा गया.
औषधि निरीक्षक एके आनंद (Drug Inspector AK Anand) ने बताया कि शुक्रवार की सुबह मुखबिर द्वारा फोन कर सूचना दी गई कि लक्ष्मी नगर क्षेत्र के एक घर में अवैध तरीके से लाखों की औषधियां स्टोर की गयी हैं. औषधि विभाग की टीम शुक्रवार को दोपहर में जमुना पार थाने पहुंची. उनके साथ थाने से दो उपनिरीक्षक और तीन कांस्टेबल मौके पर पहुंचे. यह मकान किसी भगवान सिंह नामक व्यक्ति का था. एक चिकित्सक के बगल में ही उसकी दुकान भी थी.
एके आनंद ने कहा कि कॉन्स्टेबल विनोद कुमार पुत्र भगवान सिंह को ले आए. विनोद कुमार ने मकान का ताला खोला, तो 5 से 6 कमरे बने हुए थे. सभी कमरों के ताले खुलवाये गये. एक कमरे में औषधियां रखी हुई थीं. इनमें कुछ आयुर्वेदिक थीं और कुछ विटामिंस थे और कुछ एलोपैथिक औषधियां थीं. एलोपैथिक औषधियों के जांच के लिए नमूने लिए गए.
मथुरा में अवैध दवाइयां (drug inspector raid in mathura) मिलने के बारे में ड्रग इंस्पेक्टर एके आनंद ने बताया कि जब विनोद कुमार से लाइसेंस मांगा गया, तो वो लाइसेंस नहीं दिखा पाए. कोई बिल बुक भी नहीं थी. उनके पास कोई परचेज बिल भी नहीं था. ये नियमों का उल्लंघन है. इसके चलते सभी एलोपैथिक औषधियों को सीज कर कर दिया गया. कुल 12 बोरों में औषधियों को सीज किया गया. सभी दस्तावेजों पर विनोद कुमार पुत्र भगवान सिंह के हस्ताक्षर कराए गए. पकड़ी गई दवाइयों की कीमत 10 लाख 14 हजार 688 रुपये है. इनको फॉर्म 16 पर सीज किया गया है. विवेचना के बाद माननीय न्यायालय में इनको पेश किया जाएगा.