मथुरा: महावन तहसील का रावल गांव राधा-रानी की जन्मस्थली पुराना बरसाना के नाम से विख्यात है. 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सांसद हेमा मालिनी ने इस गांव को आदर्श गांव के तौर पर गोद लिया था. आदर्श गांव में बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाएं सांसद निधि द्वारा उपलब्ध कराई गईं. इस गांव को विकसित करने के लिए सांसद हेमा मालिनी ने समय-समय पर आकर लोगों की समस्याएं भी सुनीं.
बिजली-पानी-सड़क उपलब्ध कराए गए
आदर्श गांव रावल की आबादी 3000 है. इस गांव को विकसित करने के लिए सांसद हेमा मालिनी ने सांसद निधि से प्राथमिक विद्यालय, कम्युनिटी हॉल, स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया. गांव में खड़ंजा, स्ट्रीट लाइट, पीने के पानी के लिए आरओ प्लांट लगवाया. रावल गांव में प्रतिदिन 18 से 20 घंटे बिजली की सप्लाई होती है.
स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर नदारद
आदर्श गांव रावल में साल 2018 में स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण होने के बाद एक डॉक्टर, एक फॉर्मासिस्ट की तैनाती की गई. आज तक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की तैनाती केवल कागजों तक सीमित है. स्वास्थ्य केंद्र परिसर खाली है. यहां उपकरण तो दूर डॉक्टरों के बैठने के लिए कुर्सी तक मौजूद नहीं है.
आरओ प्लांट पर लगा ताला
आदर्श गांव में लोगों के पीने के लिए सांसद निधि से आरओ प्लांट लगाया गया था. स्थानीय लोगों को पीने के लिए मीठा पानी उपलब्ध हो सके. कुछ महीने चलने के बाद ही आरओ प्लांट में ताला पड़ गया. बताया गया कि बिजली का बिल न भरने के कारण आरओ प्लांट का कनेक्शन काट दिया गया.
पिछले एक साल से गांव नहीं पहुंचीं सांसद
वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रकोप शुरू होने के बाद सांसद हेमा मालिनी रावल गांव में लोगों की समस्याएं सुनने के लिए नहीं पहुंचीं. स्थानीय लोगों का कहना है कि सांसद हेमा मालिनी ने आदर्श गांव रावल के लिए नौजवानों के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही थी. आज भी इस गांव में युवा बेरोजगार घूम रहे हैं.