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Protest For Banke Bihari Corridor: 36 घंटे के लिए बिहारीजी मंदिर का बाजार बंद, विरोध प्रदर्शन जारी - मथुरा में विरोध प्रदर्शन

मथुरा में बांके बिहारी कॉरिडोर बनने के विरोध में स्थानीय लोगों ने अपनी दुकानों को 36 घंटे के लिए बंद रखा.वहीं, महिलाओं ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहा है. कॉरिडोर बनने से वृंदावन का पूरा स्वरूप बदल जाएगा.

बिहारीजी मंदिर का बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन
बिहारीजी मंदिर का बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन
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Published : Jan 15, 2023, 8:06 PM IST

36 घंटे के लिए बिहारीजी मंदिर का बाजार बंद

मथुरा: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर परिसर में कॉरिडोर बनाने को लेकर सर्वे का काम पूरा हो चुका है. तो वही स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा. स्थानीय लोग तीन दिन से लगातार बांके बिहारी कॉरिडोर बनने का विरोध कर रहे हैं. जिसमें महिलाएं भी शामिल है. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन वृंदावन के पुराने स्वपरूप के छेड़छाड़ कर रहा है. अधिकारी ऐतिहासिक धरोहर को खत्म करना चाहते हैं.

महिलाएं उतरी विरोध प्रदर्शन करने:विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को विकसित करने को लेकर जिला प्रशासन ने कॉरिडोर बनाने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया है. 17 जनवरी को हाईकोर्ट में तमाम दस्तावेज कॉरिडोर बनाने की रूपरेखा मानचित्र के साथ पेश किए जाएंगे. कॉरिडोर बनने के विरोध में व्यापारियों ने अपनी दुकाने और प्रतिष्ठान बंद कर दिए. तो वहीं महिलाओं ने घर से निकल कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.

जिला प्रशासन पर लगाया आरोप: जिला प्रशासन नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा कॉरिडोर बनाने को लेकर भौगोलिक स्थिति का सर्वे किया गया. जिसमें 5 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है. मंदिर के विशाल स्वरूप की रूपरेखा श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. लेकिन स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर वृंदावन के पुराने स्वरूप से छेड़छाड़ और ऐतिहासिक धरोहर को समाप्त करने का आरोप लगाया है. क्योंकि दिन प्रतिदिन बांके बिहारी मंदिर में दूरदराज से आने वाले भक्तों गणों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. हर रोज हजारों और तीज त्योहारों पर लाखों की संख्या में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु वृंदावन बांके बिहारी मंदिर पहुंचते हैं.

पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी:मंदिर के सेवायत और स्थानीय नागरिक कॉरीडोर बनाने के खिलाफ सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कभी मानव श्रृंखला बनाई जाती है तो कभी कैंडल मार्च निकाला जा रहा है. तो कभी जिला प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की जा रही है. स्थानीय महिला निम्मी गोस्वामी ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं. उसकी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है. कोरिडोर बनाने की कोई जरूरत नहीं है. अगर व्यवस्थाएं अच्छी होंगी तो श्रद्धालु सरलता के साथ दर्शन कर सकेंगे. लेकिन, अधिकारी वृंदावन के पुराने स्वरूप को बदलना चाहते हैं. जब कुंज गलियां वृंदावन की नहीं रहेंगी तो वृंदावन का स्वरूप ही नहीं रहेगा.


वहीं, स्थानीय महिला संतोष गोस्वामी ने बताया कॉरिडोर का विरोध सभी लोग कर रहे हैं. यहां के लोग दुखी हैं अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं. मंदिर के आसपास व्यवस्थाएं करनी चाहिए. कोरिडोर बनने से वृंदावन का स्वरूप बदल जाएगा.

यह भी पढ़ें: राधारमण मंदिर में सांसद हेमा मालिनी ने गाए भजन, बांके बिहारी कॉरिडोर पर यह बोलीं...

36 घंटे के लिए बिहारीजी मंदिर का बाजार बंद

मथुरा: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर परिसर में कॉरिडोर बनाने को लेकर सर्वे का काम पूरा हो चुका है. तो वही स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा. स्थानीय लोग तीन दिन से लगातार बांके बिहारी कॉरिडोर बनने का विरोध कर रहे हैं. जिसमें महिलाएं भी शामिल है. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन वृंदावन के पुराने स्वपरूप के छेड़छाड़ कर रहा है. अधिकारी ऐतिहासिक धरोहर को खत्म करना चाहते हैं.

महिलाएं उतरी विरोध प्रदर्शन करने:विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को विकसित करने को लेकर जिला प्रशासन ने कॉरिडोर बनाने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया है. 17 जनवरी को हाईकोर्ट में तमाम दस्तावेज कॉरिडोर बनाने की रूपरेखा मानचित्र के साथ पेश किए जाएंगे. कॉरिडोर बनने के विरोध में व्यापारियों ने अपनी दुकाने और प्रतिष्ठान बंद कर दिए. तो वहीं महिलाओं ने घर से निकल कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.

जिला प्रशासन पर लगाया आरोप: जिला प्रशासन नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा कॉरिडोर बनाने को लेकर भौगोलिक स्थिति का सर्वे किया गया. जिसमें 5 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है. मंदिर के विशाल स्वरूप की रूपरेखा श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. लेकिन स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर वृंदावन के पुराने स्वरूप से छेड़छाड़ और ऐतिहासिक धरोहर को समाप्त करने का आरोप लगाया है. क्योंकि दिन प्रतिदिन बांके बिहारी मंदिर में दूरदराज से आने वाले भक्तों गणों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. हर रोज हजारों और तीज त्योहारों पर लाखों की संख्या में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु वृंदावन बांके बिहारी मंदिर पहुंचते हैं.

पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी:मंदिर के सेवायत और स्थानीय नागरिक कॉरीडोर बनाने के खिलाफ सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कभी मानव श्रृंखला बनाई जाती है तो कभी कैंडल मार्च निकाला जा रहा है. तो कभी जिला प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की जा रही है. स्थानीय महिला निम्मी गोस्वामी ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं. उसकी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है. कोरिडोर बनाने की कोई जरूरत नहीं है. अगर व्यवस्थाएं अच्छी होंगी तो श्रद्धालु सरलता के साथ दर्शन कर सकेंगे. लेकिन, अधिकारी वृंदावन के पुराने स्वरूप को बदलना चाहते हैं. जब कुंज गलियां वृंदावन की नहीं रहेंगी तो वृंदावन का स्वरूप ही नहीं रहेगा.


वहीं, स्थानीय महिला संतोष गोस्वामी ने बताया कॉरिडोर का विरोध सभी लोग कर रहे हैं. यहां के लोग दुखी हैं अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं. मंदिर के आसपास व्यवस्थाएं करनी चाहिए. कोरिडोर बनने से वृंदावन का स्वरूप बदल जाएगा.

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