ETV Bharat / state

4 नवंबर को होगी बांके बिहारी मंदिर के कपाट खोलने पर सुनवाई

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के कपाट बंद करने का मामला अब कोर्ट पहुंच गया है. सात माह बाद 17 अक्टूबर को मंदिर के कपाट खोले गए थे, लेकिन श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ हुई कि मंदिर के पट दोबारा से बंद कर दिये गये.

भीड़ के चलते बंद किया गया कपाट.
भीड़ के चलते बंद किया गया कपाट.
author img

By

Published : Oct 22, 2020, 2:50 PM IST

मथुरा: धर्म की नगरी वृंदावन स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को खोले जाने को लेकर मामला गरमाने लगा है. मंदिर प्रबंधक कमेटी ने मंदिर को 19 अक्टूबर से अगले आदेश तक अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. तमाम श्रद्धालु, भक्त, साधु-संत स्थानीय लोग मंदिर खोले जाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं सिविल जज जूनियर डिवीजन की कोर्ट में भी मंदिर को खोलने के लिए याचिका डाली गई है. इसकी अगली सुनवाई 4 नवंबर को होनी है.

17 अक्टूबर को आम दर्शनार्थियों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को खोला गया था, लेकिन भीड़ और अव्यवस्थाओं के चलते मंदिर प्रबंधक कमेटी ने मंदिर को 19 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया. इससे नाराज सेवायत, साधु संत, स्थानीय लोग और श्रद्धालु धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

भीड़ के चलते बंद किया गया कपाट.

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद खुलेंगे पट
मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार ने बताया कि मंदिर खुलने के बाद दो दिन तक बहुत अच्छे से समुचित दर्शन व्यवस्था चली. कोविड-19 से संबंधित सभी नियमों का पालन मंदिर परिसर में किया गया, लेकिन शैलेंद्र नाथ गोस्वामी ने यज्ञ के चलते एक घण्टे देरी से पट खोले. इसके चलते मंदिर के बाहर भीड़ हो गई. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने सुझाव दिये कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही दर्शन के लिए पट खोले जाएं.

पुलिस प्रशासन के आदेश को पालन करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन साइट पर काम अधिक होने से क्रैश हो गया है. अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था के बाद ही दर्शन के लिए पट खोले जाएंगे. ऑनलाइन दर्शन व्यवस्था भी अभी संचालित नहीं हो सकेगी. मामले में 4 नवंबर को सुनवाई होगी. माननीय न्यायालय का जो आदेश होगा, उसका अनुपालन किया जाएगा. उनका कहना है कि ब्रज में किसी भी मंदिर में कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं हो रहा है. सभी जगह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. प्रशासन अगर सहयोग करे और कुछ छूट प्रदान करे तो मंदिर खोलने के लिए तैयार हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था किसी मंदिर में नहीं चल रही है. सभी जगह गृह मंत्रालय के नियमों के अधीन व्यवस्था चलाई जा रही है.

मथुरा: धर्म की नगरी वृंदावन स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को खोले जाने को लेकर मामला गरमाने लगा है. मंदिर प्रबंधक कमेटी ने मंदिर को 19 अक्टूबर से अगले आदेश तक अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. तमाम श्रद्धालु, भक्त, साधु-संत स्थानीय लोग मंदिर खोले जाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं सिविल जज जूनियर डिवीजन की कोर्ट में भी मंदिर को खोलने के लिए याचिका डाली गई है. इसकी अगली सुनवाई 4 नवंबर को होनी है.

17 अक्टूबर को आम दर्शनार्थियों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को खोला गया था, लेकिन भीड़ और अव्यवस्थाओं के चलते मंदिर प्रबंधक कमेटी ने मंदिर को 19 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया. इससे नाराज सेवायत, साधु संत, स्थानीय लोग और श्रद्धालु धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

भीड़ के चलते बंद किया गया कपाट.

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद खुलेंगे पट
मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार ने बताया कि मंदिर खुलने के बाद दो दिन तक बहुत अच्छे से समुचित दर्शन व्यवस्था चली. कोविड-19 से संबंधित सभी नियमों का पालन मंदिर परिसर में किया गया, लेकिन शैलेंद्र नाथ गोस्वामी ने यज्ञ के चलते एक घण्टे देरी से पट खोले. इसके चलते मंदिर के बाहर भीड़ हो गई. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने सुझाव दिये कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही दर्शन के लिए पट खोले जाएं.

पुलिस प्रशासन के आदेश को पालन करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन साइट पर काम अधिक होने से क्रैश हो गया है. अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था के बाद ही दर्शन के लिए पट खोले जाएंगे. ऑनलाइन दर्शन व्यवस्था भी अभी संचालित नहीं हो सकेगी. मामले में 4 नवंबर को सुनवाई होगी. माननीय न्यायालय का जो आदेश होगा, उसका अनुपालन किया जाएगा. उनका कहना है कि ब्रज में किसी भी मंदिर में कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं हो रहा है. सभी जगह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. प्रशासन अगर सहयोग करे और कुछ छूट प्रदान करे तो मंदिर खोलने के लिए तैयार हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था किसी मंदिर में नहीं चल रही है. सभी जगह गृह मंत्रालय के नियमों के अधीन व्यवस्था चलाई जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.