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मथुरा: माता की भक्ती में डूबी कृष्ण नगरी, मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता

देशभर में रविवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. घर-घर में मां का पूजन-अर्चन शुरू हो गया है. कृष्ण नगरी मथुरा के ब्रज में भी माता के मंदिरों में सुबह से ही दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा.

मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता.
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Published : Sep 29, 2019, 7:01 PM IST

मथुरा: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार से हो गई है. घर-घर में मां का पूजन अर्चन शुरू हो गया है. पूरे ब्रज में माता के मंदिरों में सुबह से ही मां का दर्शन-पूजन करने को भक्तों का तांता लगा रहा. भक्तों ने मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर माता से आशिर्वाद लिया.

मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता.

इसे भी पढ़ें:- इस बार हाथी पर सवार होकर भक्तों के द्वार आ रही हैं मां

काली माता मंदिर में दिखी भक्तों की भीड़

  • शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार से हो गई है.
  • सदर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत काली माता मंदिर में भी दिखी श्रद्धालुओं की भीड़.
  • ये मंदिर 70 वर्ष पुराना है, इसलिए अपनी अलग पहचान रखता है.
  • इस मंदिर में माता की छह इंच की मूर्ति स्थापित है.
  • सुबह से ही में लोगों ने व्रत रखकर मां की अपने घरों में पूजा की.
  • नौ दिनों तक मां की पूजा कर भक्त अखंड ज्योति जलाएंगे.
  • पहले दिन मां शैली पुत्री इसके बाद ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और 9वें दिन सिद्धि दात्री देवी के रूप में मां का पूजन किया जाएगा है.
  • माता के मंदिरों के पास ही भक्तों की सुविधा के लिए पूजा सामग्री की व्यवस्था है.

मथुरा: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार से हो गई है. घर-घर में मां का पूजन अर्चन शुरू हो गया है. पूरे ब्रज में माता के मंदिरों में सुबह से ही मां का दर्शन-पूजन करने को भक्तों का तांता लगा रहा. भक्तों ने मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर माता से आशिर्वाद लिया.

मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता.

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काली माता मंदिर में दिखी भक्तों की भीड़

  • शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार से हो गई है.
  • सदर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत काली माता मंदिर में भी दिखी श्रद्धालुओं की भीड़.
  • ये मंदिर 70 वर्ष पुराना है, इसलिए अपनी अलग पहचान रखता है.
  • इस मंदिर में माता की छह इंच की मूर्ति स्थापित है.
  • सुबह से ही में लोगों ने व्रत रखकर मां की अपने घरों में पूजा की.
  • नौ दिनों तक मां की पूजा कर भक्त अखंड ज्योति जलाएंगे.
  • पहले दिन मां शैली पुत्री इसके बाद ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और 9वें दिन सिद्धि दात्री देवी के रूप में मां का पूजन किया जाएगा है.
  • माता के मंदिरों के पास ही भक्तों की सुविधा के लिए पूजा सामग्री की व्यवस्था है.
Intro:शारदीय नवरात्र की शुरुआत रविवार से हो गई ,घर घर मां का पूजन अर्चन शुरू हो गया. कान्हा की नगरी मथुरा में माता के मंदिरों में सुबह से ही मां का अभिषेक करने को भक्तों का तांता लगा रहा. पूरे ब्रज क्षेत्र के माता के मंदिरों में सुबह से ही माता के भक्तों का तांता लगा रहा भक्तों ने माता के मंदिर पहुंच पूजन अर्चन कर अपने आप को धन्य किया. सदर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत काली माता मंदिर मथुरा कैंट पर भी श्रद्धालुओं का ताता देखने को मिला.


Body:मथुरा के मां चामुंडा, केंटकाली, बगलामुखी, रंगेश्वर काली, पथवारी ,कंकाली ,महाविद्या देवी ,गायत्री माता ,जूरी वाली देवी, पाताल देवी, कैला देवी आदि मंदिरों पर सुबह से भक्त माता रानी का पूजन करने के साथ दर्शन करने के लिए पहुंचे .सुबह से ही घरों में लोगों द्वारा व्रत रख मां की पूजा अर्चना की गई. 9 दिनों तक मां की पूजा कर भक्त अखंड ज्योति जलाएंगे. पहले दिन मां शैली पुत्री इसके बाद ब्रह्मचारिणी,चंद्रघंटा ,कुष्मांडा, स्कंदमाता कात्यायनी ,कालरात्रि ,महागौरी व 9वी दिन सिद्धि दात्री देवी के रूप में मां का पूजन होगा. माता के मंदिरों के पास ही पूजन सामग्री के लिए व्यवस्था है, जिससे कि श्रद्धालुओं को पूजन सामग्री खरीदने के लिए किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो . सदर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत काली माता मंदिर मथुरा कैंट पर भी श्रद्धालुओं का दाता सुबह से ही लगा रहा. इस मंदिर का महत्व है कि तकरीबन 70 वर्ष पुराना है यह मंदिर एक अपनी अलग ही पहचान रखता है .इस मंदिर में माता की 6 इंच की मूर्ति है जो कि मंदिर के महंत दिनेश चतुर्वेदी ने बताया जनपद ही नहीं पूरे हिंदुस्तान में सबसे छोटी मूर्ति है. यहां जनपद भर के अलावा देश के कोने-कोने से श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं.


Conclusion:सदर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत काली माता मथुरा कैंट मंदिर पर श्रद्धालुओं का ताता सुबह से ही लगा रहा .इस मंदिर का महत्व बताते हुए मंदिर के महंत दिनेश चतुर्वेदी ने बताया कि यह मंदिर तकरीबन 70 वर्ष पुराना मंदिर है ,और यहां माता अपनी मर्जी से स्वयं ही विराजमान हुई थी. माता की मूर्ति इस मंदिर में तकरीबन 6 इंच की है, जो जनपद ही नहीं पूरे हिंदुस्तान में सबसे छोटी मूर्ति है. यहां श्रद्धालु देश के कोने कोने से अपनी मनोकामना पूर्ण होने के बाद, दोबारा भी माता की सेवा करने के लिए पहुंचते हैं. बाइट- काली माता मंदिर के महंत दिनेश चतुर्वेदी स्ट्रिंगर मथुरा राहुल खरे mb-9897000608
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