मथुरा: वैश्विक महामारी कोरोना काल को लेकर एक बार फिर गोवर्धन में लगने जा रहे मुड़िया मेले को जिला प्रशासन ने निरस्त करने के आदेश किये गए हैं. 20 जुलाई से 24 जुलाई तक गोवर्धन कस्बे में मुड़िया मेला आयोजित किया जाता है. जिसमें गोवर्धन गिरिराज पर्वत की परिक्रमा लगाने के लिए करोड़ों श्रद्धालु गोवर्धन पहुंचते हैं. पिछले साल की तरह इस बार भी गोवर्धन में मुड़िया मेला नहीं लगेगा.
मुड़िया मेले पर लगा कोरोना का संकट
गोवर्धन कस्बे में मुड़िया मेले के अवसर पर हर साल करोड़ों श्रद्धालु गोवर्धन महाराज पर्वत की परिक्रमा लगाने के लिए यहां पहुंचते हैं. 20 जुलाई से 24 जुलाई तक गोवर्धन में मुड़िया मेले को लेकर तैयारियों को लेकर चर्चाएं चल रही थी. लेकिन जिला प्रशासन अधिकारियों की बैठक के बाद गुरुवार देर शाम को मुड़िया मेला वर्तमान हालात को देखते हुए निरस्त करने के आदेश किए हैं. पिछले साल की तरह इस बार भी गोवर्धन कस्बे में मुड़िया मेला नहीं आयोजित किया जाएगा.
गुरु पूर्णिमा पर्व पर लगाई जाती है परिक्रमा
गुरु पूर्णिमा के दिन गोवर्धन में करोड़ों श्रद्धालु दान पुण्य और परिक्रमा लगाने के लिए पहुंचते हैं. देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु गोवर्धन पहुंचकर परिक्रमा लगाते हैं. मुड़िया मेले को लेकर जिला प्रशासन एक महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर देता है. मेले की व्यवस्थाओं को लेकर अन्य मंडलों से पुलिस पीएसी के जवान जिले मे तैनात किए जाते हैं.
मुड़िया मेला न लगने पर स्थानीय मायूस
हर साल लगने वाले मुड़िया मेले में करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन पर होटल व्यापारी,सब्जी, मिष्ठान, छोटी फेरी लगाने वाले दुकानदारों की आमदनी होती है. हर साल मेले को लेकर करोड़ों रुपए का ठेका उठाया जाता है, लेकिन मुड़िया मेला निरस्त होने के बाद स्थानीय निवासी और व्यापारी दोनों ही मायूस हैं.
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गोवर्धन उप जिलाधिकारी राहुल यादव ने बताया कि वर्तमान हालात को देखते हुए इस बार भी गोवर्धन कस्बे में मुड़िया मेला नहीं लगाया जायेगा. जिला प्रशासन अधिकारियों की बैठक के बाद मेला निरस्त करने के आदेश किए गए हैं. पिछले साल भी मेला आयोजित नहीं किया गया था. क्योंकि इस मेले में करोड़ों श्रद्धालु गोवर्धन की परिक्रमा लगाने के लिए पहुंचते हैं. वायरस के खतरे को देखते हुए मेला निरस्त करने के आदेश किए हैं.