मथुराः धर्म नगरी वृंदावन में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं. इनके चलते लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लोग खूंखार बंदरों के चलते अपने घरों से निकलने में भी घबराने लगे हैं. बंदर कभी भी कहीं भी बच्चे बच्चे बुजुर्ग महिलाओं के ऊपर हमला कर उन्हें काट कर चोटिल कर देते हैं. वहीं कभी भी लोगों से उनका कीमती सामान छीनकर भाग जाते हैं. वहीं चुनावों से पहले नगर निगम मथुरा वृंदावन द्वारा बंदर पकड़ो अभियान शुरु किया गया है. जो अब सवालों के घेरे में है.
मथुरा वृंदावन की जनता की प्रमुख मांगों में से एक बंदरों का आतंक माना जा रहा है. जिसे भुनाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन अब बंदर पकड़ो अभियान सवालों के घेरे में है. दरअसल मथुरा वृंदावन में बंदर पकड़े जाने की मांग लगातार लोगों द्वारा उठाई जाती रही है. वहीं विधानसभा चुनावों से पहले इसे लोगों की मुख्य मांगों में से माना जा रहा है. जिसके चलते नगर निगम मथुरा वृंदावन द्वारा चुनावों से कुछ समय पहले ही बंदर पकड़ो अभियान चलाकर लोगों को अपनी ओर रिझाने का प्रयास किया गया है. लेकिन अब यह अभियान सवालों के घेरे में नजर आ रहा है. लोगों का कहना है कि नगर निगम मथुरा वृंदावन द्वारा 2000 बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य रखा गया है. जबकि नगर निगम बखूबी जानती है कि मथुरा वृंदावन में लाखों बंदर हैं.
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जानकारी देते हुए मथुरा के मेयर डॉक्टर मुकेश आर्य बंधु ने बताया कि मथुरा और वृंदावन दोनों ही जगहो के जनता की बेहद मांग थी और अब बंदर जनता को ज्यादा परेशान भी करने लगे थे. जिसके चलते हम लोगों द्वारा बंदर पकड़ो अभियान शुरू करा दिया गया है. मथुरा से काफी बंदर पकड़े गए हैं और अब हमारा अभियान कई दिनों से वृंदावन में चल रहा है. वृंदावन से भी काफी बंदर पकड़े गए हैं. जनता को पूर्णता राहत है. जनता राहत महसूस कर रही है. यह अभियान चल रहा है तो अब उन्हें बंदरों से मुक्ति मिल जाएगी. क्योंकि बंदर काफी खूंखार हो चुके थे, जो हमारे दर्शनार्थी आते थे बंदर उनके सामान को छीन कर ले जाते थे. कई लोग बंदरों के कारण अपनी छतों से गिरकर चोटिल हो चुके हैं. जिले में यह एक बड़ी समस्या थी, तो अब इसका बहुत अच्छा समाधान हो रहा है और जिससे लोगों को निश्चित रूप से राहत मिलेगी.