मथुरा: जनपद के कोसीकला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शाहपुर गांव में स्थित प्राचीन बांके बिहारी मंदिर के गर्भ गृह को तोड़कर मजार बनाने के मामले में तत्कालीन अधिकारी-कर्मचारी समेत अब तक 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है, लेकिन अभी तक मामले में गिरफ्तारी न होने के चलते साधु-संतों में खासा आक्रोश व्याप्त है. वहीं, एक संत ने कार्रवाई न होने के चलते आत्मदाह की चेतावनी दी है. साथ ही साधु-संतों ने कार्रवाई न होने के चलते शाहपुर गांव में 5 दिन से अनशन पर बैठे हुए हैं. धरना का नेतृत्व कर रहे महंत भगवत शरण महाराज ने कहा अगर प्रशासन ने जल्द ही हमारी मांग नहीं मानी तो एक दिन बाबरी ढांचे की तरह इस मजार को भी मंदिर के गर्भ गृह से हटा दिया जाएगा.
पुलिस की कार्यशैली से संतों में आक्रोश
धर्म रक्षा संघ एवं श्री बिहारी जी महाराज सेवा ट्रस्ट की ओर से चल रहे धरना प्रदर्शन में पांचवे दिन बरसाना एवं अन्य स्थानों के संतो और भक्तों ने भाग लेकर धरने को समर्थन दिया. श्री बिहारी जी महाराज सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं धर्म रक्षा संघ के जिलाध्यक्ष राम अवतार सिंह गुर्जर ने कहा कि आज 5 दिन धरना प्रदर्शन को हो चुके हैं, मगर प्रशासन की ओर से अभी तक हमें कोई सकारात्मक आश्वासन प्राप्त नहीं हुआ है.
धरना का नेतृत्व कर रहे महंत भगवत शरण महाराज ने कहा कि यह हमारी अंतिम लड़ाई है. यदि प्रशासन ने हमारी मांगे नहीं मानी तो एक दिन बाबरी ढांचे की तरह इस मजार को भी मंदिर के गर्भ गृह से हटा दिया जाएगा.
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा धरने में भाग लेते हुए कहा कि प्रशासन की नीयत पर हमें पूरी तरह शक है. क्योंकि वह षड्यंत्रकारी लोगों को बचाने में लगे हैं, लेकिन धर्म रक्षा संघ अब मजार के विषय में निर्णायक फैसला लेने वाला है. धरने में मुख्य रूप से मान मंदिर सेवा संस्थान बरसाना के सुनील महाराज के नेतृत्व में 25 साधु संत पधारे. उन्होंने धरने को पूर्ण रुप से सहयोग करने का आश्वासन दिया.
इसे भी पढे़ं- ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग मामले की अब 6 अक्टूबर को सुनवाई