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विश्व मलेरिया दिवस: मथुरा में छह केस आए सामने, बचाव के लिए डॉक्टर्स ने दी सलाह

आज विश्व मलेरिया दिवस है तो वहीं जिले में अब तक मलेरिया बुखार के छह केस सामने आ चुके हैं. वहीं जिले के सीएमओ शेर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बरसात के बाद केस बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा अगर हम मलेरिया से बचना चाहते हैं तो अपने आस-पास के वातावरण में पानी जमा ना होने दे.

विश्व मलेरिया दिवस: मथुरा में मलेरिया के छ: केस आए सामने
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Published : Apr 25, 2019, 4:07 PM IST

मथुरा: आज विश्व मलेरिया दिवस है और देश में मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. वहीं जिले में अब तक मलेरिया बुखार के छह केस सामने आ चुके हैं. वहीं पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 केस सामने आए थे. वहीं जिले के सीएमओ शेर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बरसात के बाद केस बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा अगर हम मलेरिया से बचना चाहते हैं तो अपने आस-पास के वातावरण में पानी जमा ना होने दे.

जिले में मलेरिया के छह केस आए सामने

सीएमओ शेर सिंह ने बताए मलेरिया बुखार के लक्षण

  • ठंड लगकर बुखार आना जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण है तो मलेरिया की जांच जरूर कराएं.
  • गर्मी के सीजन में मच्छरों के प्रकोप से मलेरिया खूब फलता फूलता है.
  • लापरवाही पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
  • इससे बचाव का सबसे बेहतर तरीका मच्छरों को पनपने से रोकना .
  • जनपद में भी मलेरिया को लेकर कई हाई रिस्क क्षेत्र हैं स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम सक्रिय हो गई है.
  • मच्छरों की रोकथाम के लिए एंटी लारवा छिड़काव के साथ फागिंग करने की तैयारी में है.
  • गर्मियां शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग के लिए मलेरिया की रोकथाम करना सबसे बड़ा काम है.
  • जिले में पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 के केस सामने आए थे, और इस वर्ष मथुरा में मलेरिया के 6 के सामने आ चुके हैं.
  • मादा एनोफिलीज मच्छर से फैलता है मलेरिया बुखार.
  • मलेरिया के लक्षण शुरुआती दौर में सर्दी जुकाम या पेट में गड़बड़ी जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं.
  • वहीं सिर, शरीर और जोड़ों में दर्द, ठंड लगकर बुखार आना, नवज तेज हो जाना ,उबकाई, उल्टी और दस्त होना आदि लक्षण मलेरिया के हो सकते हैं.

मथुरा: आज विश्व मलेरिया दिवस है और देश में मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. वहीं जिले में अब तक मलेरिया बुखार के छह केस सामने आ चुके हैं. वहीं पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 केस सामने आए थे. वहीं जिले के सीएमओ शेर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बरसात के बाद केस बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा अगर हम मलेरिया से बचना चाहते हैं तो अपने आस-पास के वातावरण में पानी जमा ना होने दे.

जिले में मलेरिया के छह केस आए सामने

सीएमओ शेर सिंह ने बताए मलेरिया बुखार के लक्षण

  • ठंड लगकर बुखार आना जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण है तो मलेरिया की जांच जरूर कराएं.
  • गर्मी के सीजन में मच्छरों के प्रकोप से मलेरिया खूब फलता फूलता है.
  • लापरवाही पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
  • इससे बचाव का सबसे बेहतर तरीका मच्छरों को पनपने से रोकना .
  • जनपद में भी मलेरिया को लेकर कई हाई रिस्क क्षेत्र हैं स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम सक्रिय हो गई है.
  • मच्छरों की रोकथाम के लिए एंटी लारवा छिड़काव के साथ फागिंग करने की तैयारी में है.
  • गर्मियां शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग के लिए मलेरिया की रोकथाम करना सबसे बड़ा काम है.
  • जिले में पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 के केस सामने आए थे, और इस वर्ष मथुरा में मलेरिया के 6 के सामने आ चुके हैं.
  • मादा एनोफिलीज मच्छर से फैलता है मलेरिया बुखार.
  • मलेरिया के लक्षण शुरुआती दौर में सर्दी जुकाम या पेट में गड़बड़ी जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं.
  • वहीं सिर, शरीर और जोड़ों में दर्द, ठंड लगकर बुखार आना, नवज तेज हो जाना ,उबकाई, उल्टी और दस्त होना आदि लक्षण मलेरिया के हो सकते हैं.
Intro:मथुरा में अब तक मलेरिया के 6 केस सामने आ चुके हैं, वहीं पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 केस सामने आए थे। वहीं मथुरा के सीएमओ शेर सिंह का कहना है कि पिछले वर्ष मथुरा जनपद में मलेरिया के 45 से 50 के सामने आए थे ,अभी तक मथुरा में 6 केस मलेरिया के सामने आए हैं और बरसात के बाद केस बढ़ने की उम्मीद है। शेर सिंह के अनुसार इस बार भी 45 से 50 तक के बीच में ही मलेरिया के केस मथुरा जनपद में रहेंगे। अगर हम मलेरिया से बचना चाहते हैं तो अपने आसपास के वातावरण में पानी जमा ना होने दें, अपने आसपास का वातावरण साफ स्वच्छ रखें तभी हम मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी से अपना बचाव कर सकते हैं।


Body:ठंड लगकर बुखार आना जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण है तो मलेरिया की जांच जरूर कराएं। गर्मी के सीजन में मच्छरों के प्रकोप से मलेरिया खूब फलता फूलता है। लापरवाही पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। इससे बचाव का सबसे बेहतर तरीका मच्छरों को पनपने से रोकना है ।जनपद में भी मलेरिया को लेकर कई हाई रिस्क क्षेत्र हैं स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम सक्रिय हो गई है ।और मच्छरों की रोकथाम के लिए एंटी लारवा छिड़काव के साथ फागिंग करने की तैयारी में है। गर्मियां शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग के लिए मलेरिया की रोकथाम करना सबसे बड़ा काम है। जिले में पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 केसेस सामने आए थे, और इस वर्ष मथुरा में मलेरिया के 6 के सामने आ चुके हैं।


Conclusion:मादा एनोफिलीज मच्छर से फैलता है मलेरिया मलेरिया मच्छर के कारण फैलने वाली बीमारी है। प्रोटोजुअन प्लाज्मोडियम नामक कीटाणु मादा एनोफिलीज मच्छर के माध्यम से फैलते हैं। ठहरे और गंदे पानी में पनपने वाले यह मच्छर इस बीमारी के वाहक हैं। मलेरिया के लक्षण मलेरिया के शुरुआती दौर में सर्दी जुकाम या पेट में गड़बड़ी जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं। सिर, शरीर और जोड़ों में दर्द, ठंड लगकर बुखार आना, नवज तेज हो जाना ,उबकाई, उल्टी और दस्त होना आदि लक्षण मलेरिया के हो सकते हैं ।इस तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत मलेरिया की जांच कराएं, लापरवाही पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। बाइट- सीएमओ मथुरा शेर सिंह स्ट्रिंगर मथुरा राहुल खरे mb-9897000608
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