मथुरा: आज विश्व मलेरिया दिवस है और देश में मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. वहीं जिले में अब तक मलेरिया बुखार के छह केस सामने आ चुके हैं. वहीं पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 केस सामने आए थे. वहीं जिले के सीएमओ शेर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बरसात के बाद केस बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा अगर हम मलेरिया से बचना चाहते हैं तो अपने आस-पास के वातावरण में पानी जमा ना होने दे.
सीएमओ शेर सिंह ने बताए मलेरिया बुखार के लक्षण
- ठंड लगकर बुखार आना जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण है तो मलेरिया की जांच जरूर कराएं.
- गर्मी के सीजन में मच्छरों के प्रकोप से मलेरिया खूब फलता फूलता है.
- लापरवाही पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
- इससे बचाव का सबसे बेहतर तरीका मच्छरों को पनपने से रोकना .
- जनपद में भी मलेरिया को लेकर कई हाई रिस्क क्षेत्र हैं स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम सक्रिय हो गई है.
- मच्छरों की रोकथाम के लिए एंटी लारवा छिड़काव के साथ फागिंग करने की तैयारी में है.
- गर्मियां शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग के लिए मलेरिया की रोकथाम करना सबसे बड़ा काम है.
- जिले में पिछले वर्ष मलेरिया के 45 से 50 के केस सामने आए थे, और इस वर्ष मथुरा में मलेरिया के 6 के सामने आ चुके हैं.
- मादा एनोफिलीज मच्छर से फैलता है मलेरिया बुखार.
- मलेरिया के लक्षण शुरुआती दौर में सर्दी जुकाम या पेट में गड़बड़ी जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं.
- वहीं सिर, शरीर और जोड़ों में दर्द, ठंड लगकर बुखार आना, नवज तेज हो जाना ,उबकाई, उल्टी और दस्त होना आदि लक्षण मलेरिया के हो सकते हैं.