मथुराः जिला कारागार प्रशासन नई मेन दीवार का निर्माण कार्य करा रहा है, जिसके चलते अब जिला कारागार को वह भूमि भी खेती के लिए उपलब्ध हो पाएगी जो काफी समय से बेकार पड़ी हुई थी. इस भूमि के उपयोग में आ जाने से जिला कारागार प्रशासन द्वारा करवाई जा रही खेती में और वृद्धि हो जाएगी. इसके बाद जिला कारागार में बाहर से सब्जी इत्यादि लाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. जिला कारागार प्रशासन द्वारा कराई जा रही खेती से ही जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों का पेट भरा जा सकेगा.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने दी जानकारी
वरिष्ठ जेल अधीक्षक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि वर्तमान में हम लोग अपनी नई मेन दीवार का निर्माण करा रहे हैं. नई मेन वॉल निर्माण होने से बाहर हमारी जितनी भी जमीन है जिनमें आवास नहीं बने हैं या आवास नहीं बनने का प्रपोजल है उस भूमि को नई मेन दीवार के अंदर लिया जा रहा है. इससे हमारे पास 6 से 7 एकड़ जमीन खेती के लिए और बढ़ जाएगी तो हमारा खेती का प्रोडक्शन ऑटोमेटिक बढ़ जाएगा. पहले हमारे पास 5.30 एकड़ खेती थी जिसमें हम 3.30 एकड़ में बैरक बनवा देंगे. इसमें से 3 एकड़ वह कम हो जाएगी. लेकिन दूसरी तरफ जब हम बाहर की जमीन ले लेंगे तो हमारे पास 10 एकड़ जमीन अतिरिक्त और हो जाएगी पुरानी और नई मिलाकर.
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अपनी खेती से ही चलेगा जिला कारागार का गुजारा
जिला कारागार मथुरा प्रशासन द्वारा जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों से उन्हें प्रोत्साहित कराकर लगभग साढ़े पांच एकड़ भूमि में खेती कराई जाती थी, जिसमें विभिन्न प्रकार की सब्जियां गेहूं इत्यादि की खेती की जाती थी. अब जिला कारागार प्रशासन द्वारा मेन वॉल का निर्माण कराया जा रहा है और उसमें वॉल के अंदर उस भूमि को भी लिया जा रहा है जो काफी समय से उपयोग नहीं की जा रही थी. इस भूमि के मेन वॉल के अंदर आ जाने से अब जिला कारागार की खेती भी बढ़ जाएगी और बाहर से सब्जी गेहूं इत्यादि लाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिसका फायदा सीधे-सीधे जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों को मिलेगा.