मथुरा : भक्तों में श्रीकृष्ण के बालस्वरूप लड्डू गोपाल या बाल गोपाल की सेवा की परंपरा रही है. वृंदावन की रहने वाली पचास वर्षीय शशि बालगोपाल की सेवाभाव से पूजा करती थी. मगर पिछले 21 जुलाई को विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में फूल बंगला और छप्पन भोग के दौरान उनके बाल गोपाल कहीं लापता हो गए. शशि ने बताया कि काफी खोजबीन करने के बाद भी बाल गोपाल नहीं मिले तो उन्होंने अखबार में विज्ञापन दिया और ढूंढकर लाने वाले के लिए इनाम की घोषणा की.
मूल रूप से फिरोजाबाद में रहने वाली शशि पिछले 2 वर्षों से वृंदावन के श्री राधा एनआरआई ग्रीन फ्लैट में रह रही हैं. उनके साथ पति भी श्यामवीर सिंह भी रहते हैं. शशि ने बताया कि 21 जुलाई को उनके परिवार ने बांके बिहारी मंदिर में फूल बंगला छप्पन भोग का आयोजन किया था. इस मौके पर वह अपने साथ घर से बाल गोपाल को लेकर मंदिर परिसर पहुंची. वहां बिहारीजी के मंदिर के गर्भ गृह के पास चंद्रन कोठरी के पास उन्होंने अपने बाल गोपाल को 5 मिनट के लिए रखा और प्रसाद लेने लगी. जब वह प्रसाद लेकर वापस चंद्रन कोठरी के पास आईं तब उन्हें बाल गोपाल नहीं मिले. इसके बाद से शशि का रो-रोकर बेहाल हो गईं.
शशि की हालत देखकर उनके पति श्यामवीर सिंह ने अखबार में इश्तिहार देकर बांके बिहारी मंदिर से बाल गोपाल गायब होने की सूचना प्रकाशित कराई. साथ ही बाल गोपाल को लाने के लिए दस हजार रुपये के इनाम की घोषणा भी की लेकिन उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली. शशि आज भी अपने बालगोपाल को नियम के अनुसार भोग लगाती हैं. श्रद्धालु महिला का कहना है कि उनसे क्या गलती हुई भगवान रूठ कर चले गए.