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जन्माष्टमी 2021: मोर की डिजाइन वाली पोशाक पहन कर भक्तों को दर्शन देंगे लड्डूगोपाल - मथुरा समाचार

श्री कृष्ण भगवान के जन्मोत्सव को लेकर ब्रज वासी जन्माष्टमी का पर्व मनाने के लिए तैयार हैं. मथुरा में श्री कृष्ण जन्म उत्सव को लेकर तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं. शहर के सभी चौराहों पर विशेष सजावट की गई है. इसके साथ ही इस बार कान्हा के लिए मोर की डिजाइन वाली विशेष मोरकुटी पोशाक तैयार की जा रही है.

जन्माष्टमी 2021
जन्माष्टमी 2021
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Published : Aug 29, 2021, 7:54 PM IST

मथुरा: बृज में कान्हा के जन्म उत्सव को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. शासन प्रशासन और बृजवासी अपने नटखट कन्हैया का जन्मोत्सव मनाने के लिए आतुर नजर आ रहे हैं. इस बार जन्माष्टमी पर लड्डूगोपाल मोर कुटी पोशाक पहनकर अपने भक्तों दर्शन देंगे. पिछले 2 महीने से भी से ज्यादा समय से कारीगर ठाकुर जी की पोशाक तैयार कर रहे हैं. 30 अगस्त की मध्य रात्रि को जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा.

मोर कुटी पोशाक में नजर आएंगे ठाकुर जी
बृज में आजकल भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव को लेकर धूम मची हुई है. हर कोई अपने नटखट कन्हैया के जन्मोत्सव की तैयारियों में लगा हुआ है. जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण इस बार मोर कुटी पोशाक धारण किए नजर आएंगे. ठाकुर जी की इस खास पोशाक को कारीगर अंतिम रुप देने में लगे हैं. कान्हा की खास पोशाक को रेशम के कपड़े पर जरी, मोती और नग से जरदोजी कर तैयार किया जा रहा है. कारीगर पोशाक बनाते समय बारीक कढ़ाई कर मोर की डिजाइन में तैयारी की गई है. मोर कुटी पोशाक में नृत्य करते मयूर की आकृति दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं दूसरी तरफ छोटे-छोटे मयूर भी बनाए गए हैं.

मोर की डिजाइन वाली पोशाक पहनेंगे कान्हा.
पिछले 30 वर्षों से ठाकुर जी के लिए कर रहे पोशाक तैयार
शहर के मसानी रोड पर स्थित अनिल पोशाक वाले के कारखाने में ठाकुर जी की पोशाक बनाने का काम पिछले 30 वर्षों से होता चला आ रहा है. मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन और बलदेव के मंदिर में विराजमान ठाकुर जी के लिए पोशाक यहीं से तैयार की जाती है.
लड्डूगोपाल की पोशाक.
लड्डूगोपाल की पोशाक.
पिछले दो महीनों से पोशाक तैयार कर रहे हैं कारीगर
मथुरा में ठाकुर जी के लिए पोशाक बनाने का काम जन्माष्टमी से 2 महीने पहले ही शुरु हो जाता है. कारखाने में 20 से ज्यादा कारीगर एक पोशाक तैयार करने में जुट जाते हैं. कारीगर सबसे पहले रेशम का कपड़ा लेते हैं उसके बाद मोती, नग,जरी द्वारा कढ़ाई की जाती है उसके बाद दूसरे कारीगर को पोशाक तैयार करने के लिए दी जाती है, पोशाक में बारीक सिलाई की जाती है.
पोशाक बनाता कारीगर.
पोशाक बनाता कारीगर.


30 अगस्त की मध्य रात्रि जन्माष्टमी
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 30 अगस्त की मध्य रात्रि को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इस अवसर पर मंदिर परिसर को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है, पूरा परिसर ऐसे लगता है जैसे दुल्हन सजाई गई हो. इस मौके पर शहर के सभी चौराहों पर लाइट के साथ विशेष सजावट की जाती है. दूर दराज से लाखों श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाने के लिए मथुरा पहुंचते हैं.

बनाई गई है मोर वाली डिजाइन.
बनाई गई है मोर वाली डिजाइन.
इस खास पोशाक को बनाने वाले अनिल पोशाक वाले ने बताया ठाकुर जी की पोशाक बनाने का काम पिछले 30 वर्षों से करते आ रहे हैं. प्रतिवर्ष दूर-दराज से पोशाक तैयार करने के लिए हमें ऑर्डर मिलते हैं. इस बार जन्मस्थान की सेवा करने का मौका हमें मिला है. ठाकुर जी के लिए भव्य और सुंदर दिखने वाली पोशाक में मोर कुटी स्वरूप दिया गया है. ठाकुर जी के लिए पटके ,चोली और आसन ,पीछे का चक्र और दो पर्दे तैयार किए हैं. पोशाक में एक मेहराव दिया गया है. इसके अलावा नीले रंग के पर्दे तैयार किये गए हैं. पीले रंग की सेटिंग की गई है बहुत अच्छी और सुंदर दिखने वाली पोशाक बनाई गयी है.


इसे भी पढ़ें- लड्डू गोपाल की अनोखी झांकी, वस्त्र तिरंगा, हाथ में भाला और होगी हॉकी

मथुरा: बृज में कान्हा के जन्म उत्सव को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. शासन प्रशासन और बृजवासी अपने नटखट कन्हैया का जन्मोत्सव मनाने के लिए आतुर नजर आ रहे हैं. इस बार जन्माष्टमी पर लड्डूगोपाल मोर कुटी पोशाक पहनकर अपने भक्तों दर्शन देंगे. पिछले 2 महीने से भी से ज्यादा समय से कारीगर ठाकुर जी की पोशाक तैयार कर रहे हैं. 30 अगस्त की मध्य रात्रि को जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा.

मोर कुटी पोशाक में नजर आएंगे ठाकुर जी
बृज में आजकल भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव को लेकर धूम मची हुई है. हर कोई अपने नटखट कन्हैया के जन्मोत्सव की तैयारियों में लगा हुआ है. जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण इस बार मोर कुटी पोशाक धारण किए नजर आएंगे. ठाकुर जी की इस खास पोशाक को कारीगर अंतिम रुप देने में लगे हैं. कान्हा की खास पोशाक को रेशम के कपड़े पर जरी, मोती और नग से जरदोजी कर तैयार किया जा रहा है. कारीगर पोशाक बनाते समय बारीक कढ़ाई कर मोर की डिजाइन में तैयारी की गई है. मोर कुटी पोशाक में नृत्य करते मयूर की आकृति दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं दूसरी तरफ छोटे-छोटे मयूर भी बनाए गए हैं.

मोर की डिजाइन वाली पोशाक पहनेंगे कान्हा.
पिछले 30 वर्षों से ठाकुर जी के लिए कर रहे पोशाक तैयार
शहर के मसानी रोड पर स्थित अनिल पोशाक वाले के कारखाने में ठाकुर जी की पोशाक बनाने का काम पिछले 30 वर्षों से होता चला आ रहा है. मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन और बलदेव के मंदिर में विराजमान ठाकुर जी के लिए पोशाक यहीं से तैयार की जाती है.
लड्डूगोपाल की पोशाक.
लड्डूगोपाल की पोशाक.
पिछले दो महीनों से पोशाक तैयार कर रहे हैं कारीगर
मथुरा में ठाकुर जी के लिए पोशाक बनाने का काम जन्माष्टमी से 2 महीने पहले ही शुरु हो जाता है. कारखाने में 20 से ज्यादा कारीगर एक पोशाक तैयार करने में जुट जाते हैं. कारीगर सबसे पहले रेशम का कपड़ा लेते हैं उसके बाद मोती, नग,जरी द्वारा कढ़ाई की जाती है उसके बाद दूसरे कारीगर को पोशाक तैयार करने के लिए दी जाती है, पोशाक में बारीक सिलाई की जाती है.
पोशाक बनाता कारीगर.
पोशाक बनाता कारीगर.


30 अगस्त की मध्य रात्रि जन्माष्टमी
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 30 अगस्त की मध्य रात्रि को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इस अवसर पर मंदिर परिसर को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है, पूरा परिसर ऐसे लगता है जैसे दुल्हन सजाई गई हो. इस मौके पर शहर के सभी चौराहों पर लाइट के साथ विशेष सजावट की जाती है. दूर दराज से लाखों श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाने के लिए मथुरा पहुंचते हैं.

बनाई गई है मोर वाली डिजाइन.
बनाई गई है मोर वाली डिजाइन.
इस खास पोशाक को बनाने वाले अनिल पोशाक वाले ने बताया ठाकुर जी की पोशाक बनाने का काम पिछले 30 वर्षों से करते आ रहे हैं. प्रतिवर्ष दूर-दराज से पोशाक तैयार करने के लिए हमें ऑर्डर मिलते हैं. इस बार जन्मस्थान की सेवा करने का मौका हमें मिला है. ठाकुर जी के लिए भव्य और सुंदर दिखने वाली पोशाक में मोर कुटी स्वरूप दिया गया है. ठाकुर जी के लिए पटके ,चोली और आसन ,पीछे का चक्र और दो पर्दे तैयार किए हैं. पोशाक में एक मेहराव दिया गया है. इसके अलावा नीले रंग के पर्दे तैयार किये गए हैं. पीले रंग की सेटिंग की गई है बहुत अच्छी और सुंदर दिखने वाली पोशाक बनाई गयी है.


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