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मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारी तेज, जानें कब मनाया जाएगा प्राकट्योत्सव - मथुरा खबर

कृष्ण जन्माष्टमी में अब कुछ ही दिन शेष हैं. ऐसे में मथुरा में तैयारियां भी चरम पर है. देशभर में 30 अगस्त की मध्यरात्रि 12:00 बजे भगवान श्रीकृष्ण का 5248वां प्राकट्य उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा.

कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारी
कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारी
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Published : Aug 27, 2021, 12:08 PM IST

मथुरा: कान्हा की नगरी में जन्माष्टमी को लेकर खासा उत्साह है. नटखट कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर तैयारी चरम पर है. 30 अगस्त की मध्यरात्रि 12:00 बजे भगवान श्रीकृष्ण का 5248वां प्राकट्य उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इस बार ठाकुर जी वेणु मंजिरिका पुष्प बंगले में विराजमान होंगे.

रजत कामधेनु स्वरूपा गो प्रतिमा से अभिषेक किया जाएगा. इस बार श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर भव्य तरीके से सजाया जाएगा. रात्रि 12:00 बजे मंदिर परिसर में घंटा, घड़ियाल, शंख ध्वनि से भगवान का प्राकट्य उत्सव मनाया जाएगा.

5248वां प्राकट्य उत्सव

भगवान श्रीकृष्ण का 5248वां प्राकट्य उत्सव 30 अगस्त की मध्यरात्रि 12:00 बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि सहित देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. जन्माष्टमी को लेकर इस बार श्रीकृष्ण जन्मभूमि सेवा संस्थान समिति की ओर से खास तैयारियां भी की गईं हैं.

29 अगस्त रात्रि 8:00 बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर रंग बिरंगी लाइटों से सजा हुआ नजर आएगा. दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाने के लिए मथुरा पहुंच रहे हैं. मंदिर प्रशासन की ओर से इस बार जन्माष्टमी पर तीस लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है.

वेणु मंजिरिका पुष्पा बंगले में विराजमान होंगे

श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर के भागवत भवन में जन्माष्टमी की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस बार जन्माष्टमी पर ठाकुर वेणु मंजिरिका पुष्प बंगले में विराजमान होंगे. मोर्छलासन में विराजमान होकर ठाकुर जी अभिषेक स्थल पर पधारेंगे.

रजत कमल पुष्प में ठाकुर जी का प्राकट्य उत्सव और अभिषेक किया जाएगा. रजत कामधेनु स्वरूपा गो प्रतिमा से ठाकुर जी का दुग्धाभिषेक होगा. भगवान का गर्भगृह परिसर पुष्प कारागार में सजा हुआ नजर आएगा.

1008 पुष्प कमल से मनाया जाएगा प्राकट्य उत्सव

भगवान श्रीकृष्ण का 1008 पुष्प कमल से सहस्त्र अर्चन से आह्वान किया जाएगा. मंदिर परिसर के भागवत भवन में 30 अगस्त रात्रि 11:00 बजे श्रीगणेश नवग्रह पूजन शुरू होगा. रात्रि 12:00 बजे भगवान का प्रकट उत्सव मनाया जाएगा. रात्रि 12:15 पर भगवान की महाआरती होगी. रात्रि 12:40 से 12:50 तक शृंगार आरती की जाएगी. रात्रि 1:30 तक आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन खुले रहेंगे.

प्रोटोकॉल का करना होगा पालन

प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी आने पर थोड़ी रियायत जरूर है लेकिन श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना सख्त अनिवार्य किया गया है. दूरदराज से आ रहे श्रद्धालुओं के लिए जन्माष्टमी पर जन्मभूमि परिसर में मास्क पहनकर ही प्रवेश मिलेगा. सरकार द्वारा जारी की गई कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करना होगा.

कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारी

कपिल शर्मा सचिव ने बताया कि जन्माष्टमी के पर्व को लेकर समिति की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. दूरदराज से हर साल की तरह श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है. श्री कृष्ण जन्मभूमि परिसर जन्माष्टमी पर रंग बिरंगी लाइटों से सजा हुआ नजर आएगा. ठाकुर जी वेणु मंजिरिका पुष्प बंगले में विराजमान होंगे. मंदिर परिसर में घंटा, घड़ियाल, शंख, झांझ, मंजीरा की धुन पर प्राकट्य उत्सव मनाया जाएगा.

इसे भी पढ़ेें-शुक्रवार को इस रंग के कपड़े पहनकर करें पूजा...मिलेगा विशेष लाभ

मथुरा: कान्हा की नगरी में जन्माष्टमी को लेकर खासा उत्साह है. नटखट कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर तैयारी चरम पर है. 30 अगस्त की मध्यरात्रि 12:00 बजे भगवान श्रीकृष्ण का 5248वां प्राकट्य उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इस बार ठाकुर जी वेणु मंजिरिका पुष्प बंगले में विराजमान होंगे.

रजत कामधेनु स्वरूपा गो प्रतिमा से अभिषेक किया जाएगा. इस बार श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर भव्य तरीके से सजाया जाएगा. रात्रि 12:00 बजे मंदिर परिसर में घंटा, घड़ियाल, शंख ध्वनि से भगवान का प्राकट्य उत्सव मनाया जाएगा.

5248वां प्राकट्य उत्सव

भगवान श्रीकृष्ण का 5248वां प्राकट्य उत्सव 30 अगस्त की मध्यरात्रि 12:00 बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि सहित देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. जन्माष्टमी को लेकर इस बार श्रीकृष्ण जन्मभूमि सेवा संस्थान समिति की ओर से खास तैयारियां भी की गईं हैं.

29 अगस्त रात्रि 8:00 बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर रंग बिरंगी लाइटों से सजा हुआ नजर आएगा. दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाने के लिए मथुरा पहुंच रहे हैं. मंदिर प्रशासन की ओर से इस बार जन्माष्टमी पर तीस लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है.

वेणु मंजिरिका पुष्पा बंगले में विराजमान होंगे

श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर के भागवत भवन में जन्माष्टमी की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस बार जन्माष्टमी पर ठाकुर वेणु मंजिरिका पुष्प बंगले में विराजमान होंगे. मोर्छलासन में विराजमान होकर ठाकुर जी अभिषेक स्थल पर पधारेंगे.

रजत कमल पुष्प में ठाकुर जी का प्राकट्य उत्सव और अभिषेक किया जाएगा. रजत कामधेनु स्वरूपा गो प्रतिमा से ठाकुर जी का दुग्धाभिषेक होगा. भगवान का गर्भगृह परिसर पुष्प कारागार में सजा हुआ नजर आएगा.

1008 पुष्प कमल से मनाया जाएगा प्राकट्य उत्सव

भगवान श्रीकृष्ण का 1008 पुष्प कमल से सहस्त्र अर्चन से आह्वान किया जाएगा. मंदिर परिसर के भागवत भवन में 30 अगस्त रात्रि 11:00 बजे श्रीगणेश नवग्रह पूजन शुरू होगा. रात्रि 12:00 बजे भगवान का प्रकट उत्सव मनाया जाएगा. रात्रि 12:15 पर भगवान की महाआरती होगी. रात्रि 12:40 से 12:50 तक शृंगार आरती की जाएगी. रात्रि 1:30 तक आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन खुले रहेंगे.

प्रोटोकॉल का करना होगा पालन

प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी आने पर थोड़ी रियायत जरूर है लेकिन श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना सख्त अनिवार्य किया गया है. दूरदराज से आ रहे श्रद्धालुओं के लिए जन्माष्टमी पर जन्मभूमि परिसर में मास्क पहनकर ही प्रवेश मिलेगा. सरकार द्वारा जारी की गई कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करना होगा.

कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारी

कपिल शर्मा सचिव ने बताया कि जन्माष्टमी के पर्व को लेकर समिति की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. दूरदराज से हर साल की तरह श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है. श्री कृष्ण जन्मभूमि परिसर जन्माष्टमी पर रंग बिरंगी लाइटों से सजा हुआ नजर आएगा. ठाकुर जी वेणु मंजिरिका पुष्प बंगले में विराजमान होंगे. मंदिर परिसर में घंटा, घड़ियाल, शंख, झांझ, मंजीरा की धुन पर प्राकट्य उत्सव मनाया जाएगा.

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