मथुराः जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह दो दिवसीय दौरे पर मथुरा में हैं. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विकास काम समय पर पूरे हो जाने चाहिए. पूर्व की सरकारों में बारिश के मौसम में जनहानि और किसानों को भारी नुकसान होता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. जल शक्ति मंत्री ने साधु-संतों से भी मुलाकात की. इस दौरान साधु-संतों ने उन्हें यमुना नदी के किनारे विकास कार्य को लेकर ज्ञापन सौंपा.
'पूर्व की सरकारों में किसानों को होता था नुकसान'
मंत्री महेंद्र सिंह ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों में बारिश के मौसम में जनहानि और किसानों को भारी नुकसान होता था. लेकिन आज वो स्थितियां नहीं हैं. बाढ़ बचाव के काम का पैसा मार्च और अप्रैल के महीने में दिया जाता था. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऐतिहासिक फैसले से अब जनवरी में ही पैसे पहुंच जाते हैं.
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बाढ़ इलाके पूरे हो रहे विकास काम
मंत्री के मुताबिक यमुना के किनारे जो इलाके हैं, वहां विकास कार्य समय पर पूरा करने के लिए डीएम को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. बाढ़ इलाके क्षेत्र में काम जनता को और प्रतिनिधियों को भी जमीनी स्तर पर देखता है. यमुना नदी के किनारे देवरा बाबा समाधि स्थल के पास ऐतिहासिक विकास कार्य किए जा रहे हैं, जो बीस से पच्चीस दिनों में पूरा हो जाएगा. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पूरे उत्तर प्रदेश में बाढ़ बचाओ इलाकों में काम पूरा किया गया है. 2014, 15 में 15 लाख हेक्टेयर जमीन का कटान बाढ़ से हुआ करता था. लेकिन 2019-20 में वो कटान घटकर 12 हजार 25 हेक्टेयर रह गया है. पिछली बार 2020-21 में 6,886 हेक्टेयर रह गया है. 15 लाख से घटकर हम छह हजार पर रह गए हैं. उत्तर प्रदेश में 42 जिले बाढ़ से प्रभावित होते हैं. सभी जिलों में ऐतिहासिक काम हुआ है. पिछले दिनों लखनऊ में उनकी समीक्षा बैठक हो चुकी है. किसानों की एक भी इंच भूमि कटान में जानी चाहिए, जिसके लिए यूपी सरकार प्रयासरत है.