मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह प्रकरण (Shri Krishna Janmabhoomi-Shahi Idgah Mosque Case) से जुड़ी तीन याचिकाओं पर सुनवाई सोमवार को होनी थी. जो आज टल गयी. श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही मस्जिद को लेकर अब तक करीब एक दर्जन वाद दायर हो चुके हैं. कोर्ट से सभी वादियों ने यह अपील की है कि एक ही मामले में सभी को मर्ज कर दिया जाए.
श्री कृष्ण जन्मभूमि बनाम ईदगाह प्रकरण को लेकर सोमवार को सिविल जज सीनियर डिविजन और जिला जज की कोर्ट में तीन याचिकाओं पर सुनवाई होनी थी. एक वरिष्ठ अधिवक्ता के निधन के चलते न्यायालय में नो वर्क घोषित कर दिया गया. सभी मामलों में अगली तारीख निर्धारित की गई है. पवन कुमार शास्त्री और अनिल त्रिपाठी की याचिका पर सुनवाई अब 8 दिसंबर को होगी, जबकि महेंद्र प्रताप सिंह की याचिका पर 15 नवंबर को सुनवाई होगी.
उन्होंने कहा कि शाही ईदगाह मस्जिद पर आज भी हिंदुओं की आस्था के चिह्न दिखाई देते हैं. घंटे, घड़ियाल, शंख और त्रिशूल की आकृति आज भी मस्जिद पर बनी हुई है. मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया गया था. अयोध्या की तर्ज पर मथुरा के श्री कृष्ण जन्मस्थान का भी विकास हो.
श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप का यह भी कहना है कि मस्जिद पर जो हिंदू देवी-देवताओं की कलाकृति बनी हुई है, उनको खुर्द-खुर्द करने का मुस्लिम समाज प्रयास कर रहा है. इसलिए, कोर्ट कमीशन नियुक्त किया जाए. कोर्ट कमीशन की देखरेख में वीडियोग्राफी के जरिए मस्जिद का मुआयना कराया जाए.
ये भी पढ़ें- यूपी में बेबस बीजेपी MLA, मरीज भर्ती करने के लिए डिप्टी सीएम को करनी पड़ी कॉल